गिरिडीह.
बोड़ो स्थित उसरी नदी से बालू का अवैध खनन जोरों से हो रहा है. तस्कर सुबह पांच बजे से ही ट्रैक्टरों से बालू का उठाव शुरू कर देते हैं, जो 10 बजे तक चलता रहता है. यह बालू सिहोडीह, सिरसिया, पांडेयडीह समेत गिरिडीह शहरी क्षेत्र में खपाया जाता है. अवैध बालू खनन से उसरी नदी का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है. विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा अक्सर अभियान चलाया जाता है, बावजूद बालू माफियाओं अपनी करतूत से बाज नहीं आ रहे. प्रशासनिक कार्रवाई धीमी होने पर बालू माफिया इसका फायदा उठाने लगते हैं. बताया जाता है कि बालू घाटों पर ऐसे माफियाओं द्वारा सरकारी योजनाओं की आड़ में बालू की तस्करी की जा रही है. प्रति ट्रैक्टर 1500 से 2000 में बालू बेचा जा रहा है. प्रशासनिक शिथिलता के कारण इस धंधे से जुड़े धंधेबाजों का मनोबल प्रतिदिन बढ़ता चला जा रहा है. बालू माफिया बिना किसी भय के दिन के उजाले में बालू की तस्करी करने में जुटे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है