गिरिडीह. दूसरे राज्यों में रह रहे गिरिडीह के लोगों के वापस आने का सिलसिला धीरे-धीरे घटता जा रहा है. जो लोग दूसरे राज्यों में हैं उन्हें सुझाव दिया गया है कि वे लॉकडाउन के दौरान जहां है, वहीं रहें. उनके खाने-पीने व रहने की व्यवस्था उन्हीं शहरों में की जायेगी. गिरिडीह जिला की सीमा पर स्थित कुल 12 चेकनाका प्वाइंट पर आने वाले लोगों की जांच-पड़ताल करने के बाद उन्हें क्वारंटाइन केंद्र भेज दिया जा रहा है. ऐसे लोगों को हिदायत दी जा रही है कि वह 14 दिनों तक उसी केंद्र में रहे. उनके खाने-पीने व रहने की व्यवस्था प्रशासन के साथ-साथ विभिन्न संगठनों के सहयोग से की जा रही है. पंचायत भवन, स्कूल भवन व सामुदायिक भवन को क्वारंटाइन केंद्र बनाया गया है. यहां भी सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखने की सख्त हिदायत दी गयी है.
झारखंड बिहार की सीमा सील, यात्री वाहनों के प्रवेश पर रोक
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देश में चल रहे लॉकडाउन के तहत देवरी पुलिस द्वारा सोमवार को झारखंड- बिहार की सीमा पर (पथराटांड़ ) घाघरा मोड़ पर बनाये गये चेकनाका के पास बॉर्डर को सील पर सड़क में गुजर रहे वाहनों पर नजर रखी जा रही है. इस क्रम में यात्री वाहनों को बॉर्डर पार करने पर रोक लगा दी गयी. सिर्फ मालवाहक वाहन को बॉर्डर के पार करने दिया जा रहा है. अभियान का नेतृत्व एसआइ अजय सोय कर रहे थे. इधर अभियान के दौरान चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ. कुशलकांत के नेतृत्व में लोगों की स्वास्थ्य जांच की गयी. वहीं बाइक से घूम रहे लोगों को बेवजह बाहर नहीं निकलने को कहा गया. मौके पर एमपीडब्ल्यू सुरेश वर्मा, रवि कुमार आदि शामिल थे.
मंगलवार को गिरिडीह जिले के विभिन्न चेकनाका पर कुल 172 लोगों का प्रारंभिक परीक्षण कराया गया और इसके बाद उन्हें क्वारंटाइन केंद्र भेज दिया गया है. ये सभी लोग अलग-अलग राज्यों से पहुंचे थे. गांडेय के फुलची स्थित पंचायत भवन में चार, बेंगाबाद में स्थित पंचायत भवन में छह, गिरिडीह के बदडीहा में स्थित उप्रावि में छह, जमुआ के नवडीहा में स्थित हाई स्कूल में चार, बगोदर में स्थित पंचायत भवन में छह, धनवार में आदर्श कॉलेज में 55, धनवार के अरखांगो उत्क्रमित हाई स्कूल में 70, देवरी के चतरो में स्थित पंचायत भवन में 15 और गिरिडीह के परसाटांड़ में स्थित उर्दू प्राथमिक विद्यालय में छह लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया है.
हजारीबाग की सीमा पर स्थित बगोदर चौराहे पर चेकनाका बनाया गया है. इस चेकनाका पर ही दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को रोका जा रहा है और प्रारंभिक परीक्षण के बाद उन्हें क्वारंटाइन केंद्रों में शिफ्ट किया जा रहा है. जो मजदूर जिस प्रखंड के हैं, उन्हें उस प्रखंड स्थित क्वारंटाइन केंद्र में भेजने का सिलसिला जारी है. सोमवार को देर रात एक ट्रक में काफी संख्या में मजदूर पहुंचे थे. ये मजदूर राजधनवार के रहनेवाले थे. सभी मजदूरों को राजधनवार स्थित आदर्श कॉलेज व अरखांगो में बनाये गये क्वारंटाइन केंद्र में भेज दिया गया. संबंधित केंद्र के प्रभारी को इसकी सूचना भी दे दी गयी. बीडीओ रवींद्र कुमार ने बताया कि सिर्फ जो लोग झारखंड के अन्य जिलों से गिरिडीह जिले में प्रवेश कर रहे हैं, उन्हें ही उनके घर जाने की इजाजत दी जा रही है. दूसरे राज्यों से गिरिडीह आने वाले या अन्य राज्यों में जाने वाले लोगों को सीमा पर रोका जा रहा है और उन्हें क्वारंटाइन केंद्र भेज दिया जा रहा है.
चेकनाका पर बीडीओ के अलावा सीओ एके ओझा, स्वास्थ्य कर्मी दशरथ प्रसाद, बगोदर थाना के एएसआई समेत अन्य पुलिस कर्मी भी तैनात किये गये हैं. सीमा पर दो स्थानों को नहीं किया गया है सील :गांवा. गावां प्रखंड स्थित सीमा पर तीन स्थानों पर इंट्री प्वाइंट है. इसमें से एक इंट्री प्वाइंट को सील तो किया गया है, जबकि दो इंट्री प्वाइंट अभी भी खुले हुए हैं. बता दें कि गावां में थाना मोड़ व ब्लॉक मोड़ के पास के इंट्री प्वाइंट को सील कर वहां बैरियर लगा दिया गया है. इस प्वाइंट पर अधिकारियों की तैनाती की गयी है. जहां प्राथमिक परीक्षण के बाद दूसरे राज्यों से आये लोगों को क्वारंटाइन केंद्र भेजा जा रहा है. लेकिन अब तक डोरंडा-पटना पथ और बल्हरा-पटना पथ को सील नहीं किया गया है. इस कारण कई लोग इस रास्ते का इस्तेमाल कर सीधे अपने गांव पहुंच जा रहे हैं. हालांकि सभी बीडीओ को निर्देश दिया गया है कि बाहर से आने वाले लोगों को चिह्नित कर उन्हें क्वारंटाइन केंद्र भेजने में सहयोग करें. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. थाना मोड़ के पास बनाये गये चेकनाका पर मंगलवार को 32 लोगों को रोका गया. ये सभी लोग दूसरे राज्यों से गिरिडीह जिला में प्रवेश कर रहे थे. इन सभी को क्वारंटाइन केंद्र भेज दिया गया है. बताया जाता है कि ये सभी लोग उत्तर प्रदेश से बंगाल जा रहे थे.