Giridih News : आदिवासी समाज पर हुए मुकदमे की निष्पक्ष जांच हो : बाबूलाल मरांडी

Giridih News : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र

By Prabhat Khabar News Desk | January 31, 2025 11:49 PM

Giridih News : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने जिले के मधुबन थाना कांड संख्या 13/2024 के तहत आदिवासी समाज पर हुए मुकदमे की निष्पक्ष जांच कराने व पारसनाथ शिखर क्षेत्र में सदियों से आदिवासी समाज के पारंपरिक पूजा स्थल मरांगबुरू जुग जाहेरथान को सुरक्षित बनाने रखने की मांग की है. इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. कहा है कि इस विषय पर गिरिडीह जिला के आदिवासी समाज की संस्था मरांग बुरू सांवता सुसार बैसी के प्रतिनिधियों ने उनसे भेंट कर उन्हें ज्ञापन की प्रति सौंपी है. श्री मरांडी ने कहा कि पारसनाथ शिखर तीर्थ क्षेत्र में आदिवासी समाज के पारंपरिक पूजा, सोहराय व अन्य सामाजिक कार्य सदियों से आयोजित होते आ रहे हैं. पारसनाथ पर्वत के शिखर में आदिवासी समाज का धार्मिक स्थल जुग जाहेर थान व छत्रपाल तलहटी में दिशोम मांझीथान है. 19 जुलाई 2024 को आप (मुख्यमंत्री) पत्नी व समर्थकों के साथ पारसनाथ शिखर क्षेत्र में दिशोम मांझीथान में पूजा की थी. आपके समर्थक 10 बकरे दिशोम मांझीथान में बलि करने के लिए ले गये थे. इसमें मुख्य पुजारी के रूप में बाबूराम सोरेन व चंदो लाल टुडू ने बलि कराने का निर्देश दिया. एक बकरे की बलि दी गयी एवं नौ बकरा को कुछ व्यक्ति लेकर भाग गये. श्री मरांडी ने कहा कि बकरे की बलि देने के आरोप में पुलिस ने मधुबन थाना में अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया. बाद में पांच निर्दोष आदिवासी बुधन हेंब्रम, साहेबराम मुर्मू, फागू मरांडी, सिकंदर हेंब्रम व अर्जुन हेंब्रम को मामले में नामजद अभियुक्त बना दिया. जैसा कि ज्ञापन में वर्णित है. श्री मरांडी ने कहा कि ऐसा जान-बूझकर स्थानीय पुलिस आदिवासी समाज के लोगों को प्रताड़ित कर रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि मधुबन कांड संख्या 13/2024 की निष्पक्ष तरीके से जांच कराने का आदेश देंगे, ताकि आदिवासी समाज के किसी निर्दोष व्यक्ति को फंसाया नहीं जा सके. साथ ही पिछले कुछ वर्षों से जैन समाज व आदिवासी समाज के बीच पूजा स्थल को लेकर चल रहे विवाद का स्थायी समाधान कराने के लिए सार्थक पहल करेंगे. Giridih News : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने जिले के मधुबन थाना कांड संख्या 13/2024 के तहत आदिवासी समाज पर हुए मुकदमे की निष्पक्ष जांच कराने व पारसनाथ शिखर क्षेत्र में सदियों से आदिवासी समाज के पारंपरिक पूजा स्थल मरांगबुरू जुग जाहेरथान को सुरक्षित बनाने रखने की मांग की है. इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. कहा है कि इस विषय पर गिरिडीह जिला के आदिवासी समाज की संस्था मरांग बुरू सांवता सुसार बैसी के प्रतिनिधियों ने उनसे भेंट कर उन्हें ज्ञापन की प्रति सौंपी है. श्री मरांडी ने कहा कि पारसनाथ शिखर तीर्थ क्षेत्र में आदिवासी समाज के पारंपरिक पूजा, सोहराय व अन्य सामाजिक कार्य सदियों से आयोजित होते आ रहे हैं. पारसनाथ पर्वत के शिखर में आदिवासी समाज का धार्मिक स्थल जुग जाहेर थान व छत्रपाल तलहटी में दिशोम मांझीथान है. 19 जुलाई 2024 को आप (मुख्यमंत्री) पत्नी व समर्थकों के साथ पारसनाथ शिखर क्षेत्र में दिशोम मांझीथान में पूजा की थी. आपके समर्थक 10 बकरे दिशोम मांझीथान में बलि करने के लिए ले गये थे. इसमें मुख्य पुजारी के रूप में बाबूराम सोरेन व चंदो लाल टुडू ने बलि कराने का निर्देश दिया. एक बकरे की बलि दी गयी एवं नौ बकरा को कुछ व्यक्ति लेकर भाग गये. श्री मरांडी ने कहा कि बकरे की बलि देने के आरोप में पुलिस ने मधुबन थाना में अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया. बाद में पांच निर्दोष आदिवासी बुधन हेंब्रम, साहेबराम मुर्मू, फागू मरांडी, सिकंदर हेंब्रम व अर्जुन हेंब्रम को मामले में नामजद अभियुक्त बना दिया. जैसा कि ज्ञापन में वर्णित है. श्री मरांडी ने कहा कि ऐसा जान-बूझकर स्थानीय पुलिस आदिवासी समाज के लोगों को प्रताड़ित कर रही है. उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि मधुबन कांड संख्या 13/2024 की निष्पक्ष तरीके से जांच कराने का आदेश देंगे, ताकि आदिवासी समाज के किसी निर्दोष व्यक्ति को फंसाया नहीं जा सके. साथ ही पिछले कुछ वर्षों से जैन समाज व आदिवासी समाज के बीच पूजा स्थल को लेकर चल रहे विवाद का स्थायी समाधान कराने के लिए सार्थक पहल करेंगे.

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