जमुआ प्रखंड की रेंबा पंचायत में नल जल योजना की जांच में लगातार गड़बड़ी मिल रही है. शनिवार को पतारडीह, मल्हो, नैरो व रेंबा के कई गांवों में जांच टीम ने जलमीनारों व जलापूर्ति की जांच की. इस क्रम में कई गड़बड़ी मिली. पतारडीह और रेंबा में 77 जगहों पर जलमीनारों का भौतिक सत्यापन किया गया. कई जगह ग्रामीणों ने जलापूर्ति नहीं होने की शिकायत की. गणेश मंदिर गली पतारडीह में अब तक किसी घर में जलापूर्ति नहीं होने की बात बतायी गयी. कई अनावश्यक जगहों पर बोरिंग करने और कुछ जरूरतमंदों की उपेक्षा की शिकायत भी टीम को मिली. पतारडीह, रेंबा व पांडेयडीह में कतिपय लोगों द्वारा जलमीनार पर कब्जा करने की शिकायत भी ग्रामीणों ने की. पतारडीह के बारहमासा तालाब की तरफ जरूरत से ज्यादा जलमीनार मिले. जांच टीम की अगुवाई कर रहे राजस्व कर्मचारी अविनाश कुमार ने कहा कि पांडेयडीह में 47 और रेंबा पंचायत में 77 यूनिट की जांच दो दिनों में की गयी. जांच रिपोर्ट विभाग को सौंपी जायेगी. कहा कि योजना पूर्ण रूप से धरातल पर उतर नहीं पायी है. कार्य की गुणवत्ता से लेकर यूनिट स्थल के चयन में भी पारदर्शिता नहीं मिली. कुछ जगहों पर जलापूर्ति हो भी रही है, लेकिन स्थल चयन में गड़बड़ी हुई है. सार्वजनिक स्थलों की अनदेखी की गयी है. नियमों को ताक पर रखकर काम किया गया है.
उदनाबाद के मरीक टोले की टंकी फटी, परेशानी
सदर प्रखंड की उदनाबाद पंचायत के मरीक टोले लगा सोलर पानी की टंकी फट गयी है. इसके कारण लोगों पानी नहीं मिल रहा है. इस टोले की आबादी लगभग 500 है. टंकी फटने के कारण लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. ग्रामीण उज्ज्वल कुमार, विजय कुमार, बद्री मरीक, संतोष कुमार आदि ने बताया कि कई बार संबंधित विभाग को इसकी जानकारी दी, लेकिन इसे ठीक कराने की कोई पहल नहीं हुई. उप प्रमुख कुमार सौरव ने बताया कि इसकी सूचना विभाग के वरीय अधिकारी को दी गयी है.
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