Giridih News :जल नल योजना की जांच में मिली गड़बड़ी
Giridih News :डीसी के निर्देश पर देवरी के अंचलाधिकारी श्यामलाल मांझी ने बुधवार को देवरी प्रखंड के खटौरी, चिकनाडीह, मानिकबाद, हरला व सलैयडीह उर्फ खोरोडीह पंचायत में जल जीवन मिशन के तहत घरों तक नल जल पहुंचाने के कार्यों की जांच की गयी.
डीसी गिरिडीह के निर्देश पर देवरी के अंचलाधिकारी श्यामलाल मांझी ने बुधवार को देवरी प्रखंड के खटौरी, चिकनाडीह, मानिकबाद, हरला व सलैयडीह उर्फ खोरोडीह पंचायत में जल जीवन मिशन के तहत घरों तक नल जल पहुंचाने के कार्यों की जांच की गयी. जांच में अधिकांश पंचायतों में कार्य में गड़बड़ी पाई गई. सबसे बड़ी गड़बड़ी क्लस्टर संख्या 13 बी में मिली. इस क्लस्टर में चिकनाडीह व हरला पंचायत को शामिल किया गया है. योजना के तहत दोनों पंचायतों को जोड़कर कुल 93 स्थानों पर बोरिंग कर जलमीनार व पाइपलाइन के माध्यम से घरों तक नल से जल पहुंचाना था. कार्य में लगे एजेंसी रामसखी कंस्ट्रक्शन के ने क्लस्टर में 35 स्थानों पर बोरिंग कर घरों तक नल से जल पहुंचा देने का दावा करते हुए विभाग को रिपोर्ट सैंपा है. जांच में पाया गया कि चिकनाडीह पंचायत में किसी प्रकार का कार्य शुरू नहीं किया गया है.
हरलाडीह में 10 में से पांच जलमीनार मिले बंद
वहीं हरला पंचायत में दस जगहों पर जलमीनार बनाया गया है. इसमें केवल पांच ही जलमीनार चालू पाये गये. इधर अन्य क्लस्टर व पंचायत में जांच हुई. सिकरुडीह पंचायत में छह स्थान पर ही जलमीनार बना हुआ पाया गया. सलयडीह उर्फ खोरोडीह पंचायत में 46 स्थान पर बोरिंग बना हुआ पाया गया. इसमें 10 बोरिंग कोलैप्स व 36 जलमीनार चालू पाया गया. मानिकबाद पंचायत में किसी प्रकार का कार्य शुरू नहीं किया गया है. जांच टीम में अंचल निरीक्षक पप्पू कुमार, सहायक अभियंता सौगत मंडल, जनसेवक शशिकांत गुप्ता आदि शामिल थे. इस संबंध में अंचलाधिकारी श्यामलाल मांझी ने बताया कि पंचायतों नल से जल पहुंचाने की कार्य में गड़बड़ी मिली है. सबसे बड़ी गड़बड़ी क्लस्टर 13 बी में पाया गया है. जांच रिपोर्ट उपायुक्त गिरिडीह को समर्पित किया जायेगा.
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