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Jharkhand Adivasi Mahotsav : गिरिडीह में मनाया गया विश्व आदिवासी दिवस, निकाली गई रैली, कार्यक्रमों में दिखा प्रकृति प्रेम

गिरिडीह में वर्ल्ड ट्राइबल डे का आयोजन किया गया. इस दौरान आदिवासियों छात्र-छात्राओं ने विभिन्न कार्यक्रम पेश किये.

Jharkhand Adivasi Mahotsav : विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर शुक्रवार को जिला भर में विविध कार्यक्रम आयोजित किये गये. मौके पर आदिवासी समाज की उत्सवधर्मिता में उनका प्रकृति प्रेम, सांस्कृतिक अनुराग छलक उठा. आदिवासी और आदिवासियत, आदिवासी अस्मिता और अस्तित्व के समक्ष चिंता और चुनौतियों आदि को लेकर विमर्श का एक वातावरण बना. मौके पर आयोजित कार्यक्रमों का लब्बोलुआब ‘आदिवासी समाज का प्रकृति प्रेम मनुष्यता का उपहार’ था.

संस्कृति को संजोने की जरूरत

आदिवासी छात्र संघ गिरिडीह के बैनर तले शुक्रवार को नगर भवन में विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया. नगर भवन गिरिडीह में आहूत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, एसपी दीपक शर्मा, उप नगर आयुक्त विशाल दीप खलखो आदि ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम की शुरुआत की. इस दौरान विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि शिक्षा से ही समाज का विकास संभव है. आदिवासी समाज अपनी संस्कृति को संजोते हुए निरंतर आगे बढ़ें.

कार्यक्रमों में छलका प्रकृति प्रेम

मौके पर आदिवासी छात्र-छात्राओं ने कई कार्यक्रम भी पेश किया. इसके पूर्व आदिवासी छात्र संघ के बैनर तले विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर झंडा मैदान से मधुबन वेजिस मोड़ होते हुए अंबेडकर चौक होकर नगर भवन कार्यक्रम स्थल तक भव्य रैली निकाली गया. रैली में छात्र – छात्राएं एवं जिले के सामाजिक बुद्धिजीवी लोग शामिल हुए. रैली में आदिवासियों की विभिन्न मांगों एवं हक-अधिकार के लिये नारे लगाए गये और पूरे देश में आदिवासियों के ऊपर हो रहे अन्याय, अत्याचार के खिलाफ आदिवासियों को एकजुट होकर के अत्याचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने का संदेश दिया गया.

तिसरी : आदिवासी संताल समाज सुसार बैसी ने किया कार्यक्रम

विश्व आदिवासी दिवस तिसरी में समारोहपूर्वक मनाया गया. आदिवासी संताल समाज सुसार बैसी ने कार्यक्रम आयोजित किया. अध्यक्षता गंगाराम टुडू व संचालन चांद किशोर हांसदा ने किया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि धनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव थे. सभा को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि झारखंड राज्य जिस उम्मीद से बना उसे तार-तार कर दिया गया. यहां आदिवासी भाइयों की जमीन दबंग लूट रहे हैं. आज भी आदिवासी समाज के लोगों को उनका पूरा अधिकार नहीं मिला है. कहा कि आदिवासियों पर शोषण-दमन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. जंगल-जमीन व जनवाद की लड़ाई तेज करना होगी. इससे पूर्व आदिवासी समाज के लोगों ने तिसरी चौक स्थित सिदो-कान्हू की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. कार्यक्रम में आदिवासी समुदाय ने पारंपरिक गीत व नृत्य प्रस्तुत कर लोगों को मन मोह लिया.

प्राकृतिक संसाधन के अमीर है पीरटांड़ : सुदिव्य सोनू

पीरटांड़ स्थित सिदो-कान्हू स्कूल में शुक्रवार को विश्व आदिवासी दिवस धूमधाम से आयोजन हुआ. गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, बीडीओ मनोज कुमार मरांडी सहित प्रखंड स्तर के सभी पदाधिकारी मौजूद थे. सबसे पहले अतिथियों ने शहीद अजय टुडू की वेदी पर माल्यार्पण कर किया. आदिवासी पारंपरिक गीत-संगीत से अतिथियों का स्वागत किया गया. सभा को संबोधित करते हुए विधायक सोनू ने कहा कि पीरटांड़ प्राकृतिक संसाधन से अमीर है, पर यहां के लोग खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना सहित अन्य योजनाओं की जानकारी दी. कहा कि हमारी प्राथमिकता है कि सरकार की योजनाओं का लाभ आमलोगों तक पहुंचे. मूलवासी का अर्थ ही होता है स्थानीय संपत्ति का अधिकारी. इसीलिए यहां के जंगल की सभी मिलकर रक्षा करें. उन्होंने आदिवासी दिवस को पर्यावरण से जोड़ते हुए जंगल बचाने की अपील की. कहा कि विश्व आदिवासी दिवस आदिवासी-मूलवासी को एकजुट रहने का संदेश देता है.

सुभाष बीएड कॉलेज के प्रशिक्षुओं ने निकाली पदयात्रा

सुभाष बीएड कॉलेज के प्रशिक्षुओं ने राष्ट्रीय सेवा योजना के बैनत तले पदयात्रा निकाली. अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन के तर्ज पर हिंदुस्तानियों नशा छोड़ो का नारा दिया. नशा मुक्त देश के संकल्प के साथ निकली पदयात्रा को कॉलेज के निदेशक सह अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने झंडा दिखाकर रवाना किया. पदयात्री शहर का भ्रमण कर लोगों को जागरूक किया. कॉलेज के प्राचार्य डॉ अनुज कुमार ने कहा कि नशा वर्तमान समाज के लिए एक कोढ़ है. हर गली मोहल्ले में युवाओं को नशा करते देखा जा रहा.सभी युवाओं को संकल्प लेना पड़ेगा कि वह कभी भी किसी भी प्रकार के नशे का सेवन नहीं करेंगे. एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ संजीव कुमार सिंह ने कहा कि सभी को यह भी शपथ लेनी है कि वह अपने बच्चों को भी नशे से दूर रखेंगे. हम नशा मुक्त परिवार, पड़ोस, जनपद व राज्य बनायेंगे.

नशा मुक्त समाज का निर्माण करना पड़ेगा

मीडिया प्रभारी प्रो. कौशल राज ने कहा कि हमें नशा मुक्त समाज आंदोलन से जुड़कर नशा मुक्त समाज व देश का का निर्माण करना पड़ेगा. इस संकल्प को पूरा करने के लिए हमें नशा के दुष्प्रभाव को हर हाल में समझकर इसे शीघ्र दूर करना होगा, तभी विकसित झारखंड व समृद्ध भारत का निर्माण हो पायेगा. प्रशिक्षुओं ने स्लोगन लिखे तख्ती व नारा से लोगों को जागरूक किया.

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