गांडेय.
जामजोरी में झारखंड आंदोलनकारियों की बैठक हुई. अध्यक्षता करते हुए झारखंड आंदोलनकारी अधिवक्ता मुस्तफा अंसारी ने कहा कि झारखंड आंदोलन में उन्होंने गुरुजी शिबू सोरेन के निर्देश पर धरना प्रदर्शन समेत अन्य कार्यक्रम में भागीदारी निभायी. जंतर-मंतर दिल्ली में झारखंड आंदोलन की अंतिम लड़ाई में भी वह सैकड़ों लोगों के साथ शामिल हुए, लेकिन वर्तमान समय में झारखंड आंदोलनकारियों की उपेक्षा की जा रही है. कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों की मांग को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने संज्ञान लिया और आंदोलनकारियों से आवेदन भी लिए गये, लेकिन एक साल के बाद भी उन्हें वाजिब हक व सम्मान नहीं मिल पा रहा है. कहा कि जामताड़ा में झारखंड आंदोलनकारियों को देय सम्मान राशि भुगतान हो रहा है, लेकिन गिरिडीह व देवघर जिला के आंदोलनकारियों को उनका हक अधिकार नहीं मिल पा रहा है. कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों को अधिकार एवं सम्मान नहीं मिला तो आगामी विधानसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार करेंगे. अन्य वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान में गांडेय की विधायक कल्पना सोरेन को भी इस दिशा में पहल करनी चाहिये. बैठक में नारायण राणा, अब्दुल गफ्फार, भिखारी राणा, मो. यासिन, वासुदेव प्रसाद वर्मा, अब्दुल गफुर, राजेंद्र वर्मा, मो. इसराइल, मो. इस्माइल, नागेश्वर प्रसाद वर्मा, गंगा वर्मा, सुरेश महतो, लालू यादव, धरम महतो, राधेश्याम वर्मा, मो. जाहिद अहमद, हरिहर वर्मा, मो. असद, हाजी जाकिर, मो. अनवर, मो. समशुल मियां, मो. नेजाम, मो. नेजामुद्दीन, मो. युनूस यजदानी, मो. रहमुल अंसारी, मो. रफीक अंसारी, निर्मल शर्मा, मो. नईमउद्दीन, मो. अब्बास, मो. कबीर, मो. सनाउल्लाह, मो. मेहबुब, सीतो महतो, कन्हैया वर्मा, गोविंद महतो, गांगो महतो, तारो राणा, मोहन वर्मा, अब्दुल रउफ मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है