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Cyber Crime: गिरिडीह में साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ी सफलता, 3 ठग गिरफ्तार, ऐसे लेते थे लोगों को झांसे में

गिरिडीह पुलिस ने 3 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है. इन तीनों के पास से पुलिस को 6 मोबाइल फोन समेत कई चीजें बरामद हुईं हैं.

By Sameer Oraon | June 23, 2024 4:24 PM
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मृणाल सिन्हा, गिरिडीह : गिरिडीह पुलिस को साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है. फर्जी बैंक का लिंक भेजकर लोगों से ठगी करने वाले तीन साइबर ठगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. गिरफ्तार अभियुक्तों में देवघर के मधुपुर थाना क्षेत्र का रहने वाला मो. जमीर अंसारी, देवघर जिला के ही मारगोमुंडा थाना क्षेत्र का बॉबी गुप्ता और गिरिडीह जिले के गांडेय थाना क्षेत्र का उदय मंडल शामिल है. इन तीनों के पास से पुलिस को 6 मोबाइल फोन, 6 सिमकार्ड ओर दो बाइक बरामद हुआ है. इस मामले की जानकारी गिरिडीह के एसपी दीपक कुमार शर्मा ने रविवार को प्रेस वार्ता में दी.

प्रतिबिंब पोर्टल के माध्यम से साइबर ठगों के बारे में मिली जानकारी

गिरिडीह पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रतिबिंब पोर्टल के माध्यम से साइबर पुलिस को जानकारी मिली कि कुछ लोग गांडेय ओर सरिया थाना क्षेत्र में छिपकर ठगी करने का काम कर रहे हैं. इसी सूचना के आधार पर साइबर डीएसपी आबिद खान के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. जिसमें पुलिस निरीक्षक रोहित कुमार महतो, पुलिस अवर निरीक्षक पुनित कुमार गौतम, सहायक अवर निरीक्षक गजेंद्र कुमार, आरक्षी अरविंद कुमार और रोहित कुमार महतो शामिल थे. इसके बाद पुलिस की टीम ने गांडेय और सरिया थाना इलाके में छापेमारी कर तीनों शातिर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया.

ठगी करने के थे कई तरीके

पुलिस ने जब इन तीनों साइबर अपराधियों से पूछताछ की तो पता चला कि ये लोग व्हाट्सएप पर एसबीआई योनो लाइट ऐप का लिंक भेज कर एयरटेल पेमेंट बैंक के माध्यम से ठगने का काम करते थे. इसके लिए वे बैंक का अधिकारी बनकर लोगों को झांसे में लेते थे. इसके अलावा कई बार ये अलग अलग इलाकों के रहने वाले बिजली उपभोक्ताओं को फोन कर बिल रिचार्ज करने की बात कहते थे. परिचय देते समय ये खुद को बिजली अधिकारी बताते थे. रिचार्ज न करने की स्थिति में वे बिजली काट देने की धमकी देते थे. साइबर ठगों ने यह भी बताया कि हर बार ये ठगी करने के अलग तरीके अपनाते थे. कई बार ये फर्जी सिम और खाता के जरिये लोगों से पैसे ऐंठ लेते थे. पूछताछ के बाद सभी को जेल भेज दिया गया.

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