Jharkhand Naxal News: मुठभेड़ में बचने के बाद यहां है इनामी नक्सली अरविंद यादव, गिरिडीह पुलिस चला रही सर्च अभियान

Jharkhand Naxal News: पुलिस और नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में बचने के बाद इनामी नक्सली अरविंद यादव झारखंड बिहार के बॉर्डर पर पहुंच गया है. पुलिस और सुरक्षा बलों के जवान उनकी छानबीन के लिए लगातार सर्च अभियान चला रहे हैं.

By Sameer Oraon | February 4, 2025 9:28 AM
an image

गिरिडीह : गिरिडीह और बोकारो के बार्डर पर पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र के ऊपरघाट के जरवा जंगल में पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ में बचने के बाद इनामी नक्सली अरविंद यादव उर्फ अविनाश उर्फ नेताजी के इन दिनों झारखंड-बिहार की सीमा पर पहुंचने की खबर है. अरविंद के सीमा पर पहुंचने की खबर से गिरिडीह व जमुई जिले की पुलिस अलर्ट हो गयी है. पुलिस और सुरक्षाबल सीमांत इलाके में सर्च अभियान चला रहे हैं. मालूम रहे कि 22 जनवरी को बोकारो के ऊपर घाट में पुलिस और नक्सलियों के दस्ते के बीच मुठभेड़ हुई थी. इसमें दो नक्सली मारे गये थे. काफी मात्रा में हथियार बरामद हुआ था.

मुठभेड़ में अरविंद समेत तीन नक्सली बाल बाल बचे थे

पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र के जरवा जंगल में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में अरविंद सहित तीन नक्सली बाल-बाल बच गये थे. वर्तमान समय में नक्सली अरविंद यादव के भेलवाघाटी के गगनपुर और हंसीकोल क्षेत्र में भ्रमणशील रहने की खबर है. इस पर झारखंड और बिहार में इनाम घोषित होने की बात बतायी जा रही है. वह फिलहाल संगठन में बिहार झारखंड का प्रवक्ता व नक्सली सेक कमेटी का सदस्य है. उसकी गिनती संगठन में बड़े नेताओं में होती है.

गिरिडीह की हर छोटी बड़ी खबरें यहां पढ़ें

बिना दस्ते और हथियार के बॉर्डर इलाके में घूम रहा अरविंद

बताया जाता है कि अरविंद बिना दस्ते व हथियार के अकेले ही बिना बॉर्डर एरिया में घूम रहा है. इसकी भनक गिरिडीह पुलिस को भी लग गयी है. पुलिस अपने स्तर से इसकी छानबीन कर रही है. जमुई, नवादा, गिरिडीह बॉर्डर पर सर्च अभियान तेज कर दिया गया है. सोनो थाना क्षेत्र के भेलवा मोहनपुर का रहनेवाला अरविंद यादव पिछले दो दशक से नक्सली संगठन में सक्रिय है. उसे पकड़ने के लिए बिहार एसटीएफ से लेकर झारखंड की पुलिस लंबे समय से सक्रिय है, लेकिन वह पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहा है. उसके घर पर पुलिस ने कई बार छापेमारी, कुर्की जब्ती की है. ईडी तक की कार्रवाई हो चुकी है. पूर्व में भी उसकी करोड़ों की संपत्ति जब्त हो चुकी है.

क्या कहते हैं पुलिस अधीक्षक

बोकारो-गिरिडीह बॉर्डर पर मुठभेड़ में अरविंद यादव के बाल-बाल बचने के बाद उसके सीमावर्ती क्षेत्र में आने की सूचना प्राप्त हुई है. इसकी छानबीन की जा रही है. साथ ही सर्च अभियान भी चलाया जा रहा है.

ओंकार नाथ सिंह, एसपी अभियान, जमुई

Also Read: World Cancer Day 2025: झारखंड में एक लाख की आबादी पर कितने कैंसर मरीज? ओरल के मामले सर्वाधिक, ये दे रहे नयी जिंदगी

Exit mobile version