कुमार गौरव, बगोदर : कहा जाता है कि पढ़ाई करने की कोई उम्र नहीं होती. इस उक्ति को बगोदर-हजारीबाग रोड के युवक मो कासिम अंसारी ने सच साबित कर दिखाया है. घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण मो. कासिम ने छठी कक्षा में ही पढ़ाई छोड़ दी और दुकानों में काम करना शुरू किया. फिर धीरे-धीरे अपना व्यवसाय शुरू किया और फिर शादी की और बच्चे हुए. पढ़ने का जज्बा और जुनून ऐसा कि 29 वर्षीय मो. कासिम ने 17 साल बाद पढ़ाई शुरू की और सत्र 2022-23 में मैट्रिक प्रथम स्थान से उत्तीर्ण किया.
दो बच्चे भी जाते हैं स्कूल :
मो. कासिम ने बताया कि अपने घर और समाज के बीच कई लोगों को ग्रेजुएट देखकर मुझमें भी पढ़ने की ललक जगी. फिर उसने पढ़ाई शुरू की. मो. कासिम बताते हैं कि जिस स्कूल से मैंने पढ़ाई की, उसी स्कूल में मेरे दो बच्चे भी पढ़ने जाते थे, लेकिन लोगों की बातों की परवाह किये बगैर मैंने अपनी पढ़ाई जारी रखी. मो. कासिम ने बताया कि वह समय निकाल कर प्रतिदिन स्कूल जाते थे. वह अपने घर से दो-तीन किमी दूर शांत इलाके में जाकर परीक्षा की तैयारी करते थे. समर्पित भाव से पढ़ाई करने का परिणाम सामने है.
आइएएस बन कर करना चाहते हैं देश की सेवा :
मंगलवार को बगोदर के चिल्ड्रेन गाइड एकेडमी में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह के दौरान जब मो कासिम को मैट्रिक में प्रथम श्रेणी आने पर मेडल और प्रशस्त्रि पत्र देकर सम्मानित किया जा रहा था तो एक पल को वह भावुक हो गये. उनकी आंखों में खुशी के आंसू थे. मो. कासिम ने बताया कि आगे इंटर, ग्रेजुएशन भी करने की इच्छा है. साथ ही आइएएस के क्षेत्र में जाकर देश की सेवा करना चाहते हैं. उन्होंने बताया कि पढ़ाई में उन्हें पत्नी व स्कूल के शिक्षकों का भरपूर सहयोग मिला.