अवरुद्ध हो गया है झारखंडधाम का विकास
पूजा-अर्चना के लिए आने वाले भक्तों को हो रही परेशानी
झारखंडधाम
. देवाधिदेव महादेव की नगरी झारखंडधाम में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है. वर्ष 2016 में पर्यटन विभाग ने झारखंडधाम के सौंदर्यीकरण के लिए साढ़े छह करोड़ की लागत से सर्किट हाउस, विवाह भवन, पार्क, चहारदीवारी, दो-दो तोरण द्वार, मार्केट कांप्लेक्स भवन बनवाये गये. एक सीमा के बाद झारखंडधाम का विकास अब अवरुद्ध सा हो गया है. यहां दो क्लस्टर शौचालय एवं एक सामुदायिक शौचालय भी बना है, लेकिन जल प्रबंधन के अभाव में यह बंद है. पुराना विवाह भवन जर्जर है और उसमें जेनरेटर गायब है. पूरे परिसर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. फलत: पूजा-अर्चना करने पहुंचे भक्तों को काफी परेशानी हो रही है.अतिक्रमण की चपेट में है झारखंडधाम :
मंदिर के लिए रखी गयी 14 एकड़ 22 डिसमिल जमीन पर भी कतिपय लोगों की गिद्ध दृष्टि लगी हुई है. कुछ लोग मंदिर के अगल-बगल में अवैध निर्माण भी कर चुके हैं. मंदिर स्थल के बगल के मेला परिसर का भी अतिक्रमण किया जा रहा है. हालांकि प्रशासनिक स्तर पर 320 अतिक्रमणकारियों की पहचान कर नोटिस भी दिया गया है. तीन अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध बुलडोजर भी चलाया गया.विवाह भवन व सर्किट हाउस में सुविधा नहीं : मंदिर समिति अध्यक्ष-
मंदिर समिति अध्यक्ष नरेश पंडा ने कहा कि विवाह भवन, सर्किट हाउस तो बना दिया गया है, पर फर्नीचर की कोई सुविधा नहीं है. भवन परिसर में चहारदीवारी नहीं रहने से गंदगी का अंबार लग गया है. सचिव नकुल पंडा ने कहा कि अतिक्रमण सबसे बड़ा बाधक है. प्रशासनिक स्तर पर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जाना चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है