Giridih News :कभी रैगिंग, तो कभी मारपीट को ले चर्चा में रहा है जवाहर नवोदय विद्यालय
Giridih News :11वीं के छात्र का शव संदेहास्पद स्थिति में मिलने के बाद गांडेय का जवाहर नवोदय विद्यालय भले ही पांच दिनों के लिए बंद कर मामले को शांत करने की दिशा में पहल की गयी हो, लेकिन इस स्कूल का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है.
विवादों से पुराना नाता. संदेहास्पद स्थिति में 11वीं के छात्र का शव मिलने के बाद एकबार कठघरे में है स्कूल प्रबंधन
माहौल बदलने के लिए पांच दिन तक बंद कर दिया गया है स्कूल11वीं के छात्र का शव संदेहास्पद स्थिति में मिलने के बाद गांडेय का जवाहर नवोदय विद्यालय भले ही पांच दिनों के लिए बंद कर मामले को शांत करने की दिशा में पहल की गयी हो, लेकिन इस स्कूल का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है. यहां पूर्व से ही रैगिंग, जूनियर-सीनियर छात्रों के बीच मारपीट से लेकर कभी स्कूल से बाहर छात्रों की मटरगश्ती, तो कभी अनैतिक कार्यों में शामिल होने जैसे मामले सामने आते रहे हैं. विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि विद्यालय प्रबंधन की कमजोरी के कारण वर्षों से समय-समय पर कोई न कोई मामला सामने आते रहा है. कुछ माह पूर्व बाल काटने के सवाल पर सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों को पीट दिया था. इस घटना में दसवीं कक्षा के आर्यन चौधरी, मंजीत कुमार, आदित्य कुमार एवं राजेश कुमार को चोटें आयी थीं. जूनियर छात्रों ने प्रिंसिपल से इस मामले की शिकायत भी की थी. बीते सितंबर माह में सीनियर छात्रों द्वारा जूनियर छात्र को पीटने का मामला प्रकाश में आया था. बता दें कि विद्यालय के खेल शिक्षक विभागीय कार्य से मिदनापुर गये हुए थे. खेल शिक्षक की अनुपस्थिति में विद्यालय के खेल कप्तान खेल-कूद की गतिविधियों की निगरानी कर रहे थे. इस बीच विद्यालय की परेड के समय कक्षा आठ के कुछ छात्र परेड में शामिल नहीं हुए तो क्लास 11 के छात्र सह विद्यालय के खेल कप्तान क्रोधित हो गये. अनुपस्थित जूनियर छात्रों की उन्होंने पिटाई कर दी थी. इस मामले में तत्कालीन प्रधानाध्यापक उपेंद्र नाथ चौबे ने दोषी तीन छात्रों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत अनिश्चितकाल के लिए विद्यालय से निलंबित कर दिया था.
स्कूल से बाहर निकल कर मटरगश्ती करते हैं छात्र
इन घटनाओं से इतर जेएनवी के छात्रों का अवैध तरीके से स्कूल से बाहर जाना, मटरगश्ती करना, होटलों में खाना-पीना, चहारदीवारी फांद कर अनैतिक कार्य करने सरीखे मामले सामने आते रहते हैं. स्कूल की चहारदीवारी छोटी होने के कारण बच्चे दीवार फांदकर भाग जाते हैं.
अधिकांश छात्र अवैध तरीके से रखते हैं मोबाइल
वैसे तो जवाहर नवोदय विद्यालय आवासीय स्कूल है और यहां अध्ययनरत बच्चों का मोबाइल रखना वर्जित है. बावजूद नियम के विरुद्ध अधिकांश छात्र अपने पास एंड्राइड मोबाइल रखते हैं. बीते दिनों 11वीं कक्षा के छात्र की संदेहास्पद स्थिति में मौत के बाद पुलिस प्रशासन के समक्ष भी कई छात्र मोबाइल से परिजनों व दोस्तों से बात करते नजर आ रहे थे.
क्या कहते हैं प्राचार्य
विद्यालय के प्राचार्य शरद कुमार ने कहा कि बच्चों के पास मोबाइल होने, अवैध तरीके से स्कूल परिसर से बाहर जाने का मामला संज्ञान में आया है. स्कूल खुलने के बाद पुलिस-प्रशासन व अभिभावक के साथ बैठक की जायेगी और इन मुद्दों पर चर्चा कर सुधार की दिशा में पहल की जायेगी, ताकि भविष्य में प्रावधान के अनुसार विद्यालय का संचालन किया जा सके.
मृतक छात्र के परिजनों को विद्यालय प्रबंधन ने दिया 20 हजार
गांडेय. जवाहर नवोदय विद्यालय की 11 वीं के छात्र रामकुमार यादव की संदेहास्पद स्थिति में मौत के बाद विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा था. इधर, विद्यालय प्रबंधन ने शनिवार को मृतक के पिता को 20 हजार रु की आर्थिक मदद की है. प्राचार्य शरद कुमार ने बताया कि इस घटना से विद्यालय परिवार काफी मर्माहत है. दु:ख की इस घड़ी में विद्यालय परिवार उनके साथ खड़ा है. कहा कि प्रावधान के अनुसार तत्काल 20 हजार रु दिये गये हैं. कहा कि भविष्य में भी छात्र के परिजनों को सहायता प्रदान की जायेगी. विदित हो कि बीते दिनों जेएनवी के छात्र राम कुमार यादव का विद्यालय परिसर में स्थित एक पेड़ में झूलता शव मिला था. इस मामले को लेकर काफी हंगामा भी हुआ था और मृतक छात्र के पिता के आवेदन पर प्राचार्य समेत पांच शिक्षकों के विरुद्ध प्राथमिकी भी दर्ज की गयी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है