खंडोली पावर सब स्टेशन 20 घंटे बाद हुआ चालू

खंडोली में बने 33/11 केवीके क्षमता वाले पवार सब स्टेशन जुगाड़ के भरोसे संचालित हो रहा है. यहां पिछले कई महीनों से कार्यरत कर्मी भगवान भरोसे ड्यूटी कर रहे हैं.

By Prabhat Khabar Print | July 5, 2024 10:52 PM

जुगाड़ के भरोसे संचालित हो रहा है सब स्टेशनबेंगाबाद. खंडोली में बने 33/11 केवीके क्षमता वाले पवार सब स्टेशन जुगाड़ के भरोसे संचालित हो रहा है. यहां पिछले कई महीनों से कार्यरत कर्मी भगवान भरोसे ड्यूटी कर रहे हैं. उनकी सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है. जरा सी असावधानी से जान भी जा सकती है. खुद को असुरक्षित देख कर्मियों ने हाथ खड़े कर दिये इसके कारण 20 घंटे तक इस फीडर के अधीन पांच पंचायत की बिजली गुल रही. व्यवस्था में सुधार के बाद शुक्रवार को पुनः बिजली चालू की गयी.

बैटरी, पैनल, चार्जर, ब्रेकर सहित कई उपकरण खराब

खंडोली में बने पावर सब स्टेशन में कार्यरत मुख्य कर्मी छोटेलाल मरांडी ने बताया कि यहां वह जान जोखिम में डालकर काम करते हैं. यहां पर बैटरी, पैनल, चार्जर, ब्रेकर सहित कई उपकरण महीनों से खराब है. उपकरणों के खराब रहने के कारण पावर हाउस से बेंगाबाद की पांच पंचायत में विद्युत आपूर्ति करने से लेकर शहर में जलापूर्ति करने में परेशानी होती है. यदि स्विच बोर्ड में काम हुआ, तो बांस की लग्गी के सहारे करना विवशता बनी हुई है. फेज बदलने से लेकर स्विच ऑन करने में बांस की लग्गी का ही सहारा लिया जाता है, विभाग की उदासीनता इस कदर हावी है कि कर्मियों को दिया गया ग्लब्स पूरी तरह फट गया है. उसे भी नहीं बदला जा रहा है. फटे पुराने ग्लब्स के सहारे काम लिया जा रहा है. लाइन कब आयेगी या आने के बाद गांव में आपूर्ति देनी है, इसके लिए सब स्टेशन के ऊपर के फीडर से संपर्क करना पड़ता है. कभी-कभी देर हो जाने पर पता चलता है की लाइन की आपूर्ति पावर सबस्टेशन में हो गयी है, लेकिन स्विच बोर्ड खराब रहने के कारण इसका पता नहीं चलता है.

गुरुवार की रात उठने लगी आग के लपटें, बाल-बाल बचे कर्मी

कर्मी ने बताया कि गुरुवार को भारी बारिश के कारण लाइन जोड़ने के क्रम में आग की लपटे उठने लगी. लाइन को बंद करने का तत्कालीन व्यवस्था नहीं होने के कारण वह बाल बाल बचे. किसी तरह जान बचायी. इसके बाद उन्होंने लाइन चालू करने से मना कर दिया. इधर, जानकारी मिलने के बाद विभागीय अधिकारी शुक्रवार की दोपहर को खंडोली पहुंचे और शीघ्र सुधार का आश्वासन देने के बाद किसी तरह लाइन चालू करवायी.

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