Giridih News :किसान मेला से नयी तकनीक, जैविक खेती व मत्स्य पालन को मिलेगा प्रोत्साहन

Giridih News :झंडा मैदान में जिला स्तरीय किसान मेला सह फसल प्रदर्शनी का उद्घाटन शुक्रवार को मुख्य अतिथि डीसी नमन प्रियेश लकड़ा व जिप अध्यक्ष मुनिया देवी ने किया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 17, 2025 11:05 PM
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खेती-बारी. जिला स्तरीय किसान मेला में उम्दा फलों और सब्जियों की प्रदर्शनी, बोले उपायुक्तझंडा मैदान में जिला स्तरीय किसान मेला सह फसल प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन शुक्रवार को किया गया. उद्घाटन मुख्य अतिथि डीसी नमन प्रियेश लकड़ा व जिप अध्यक्ष मुनिया देवी ने किया. डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि यह मेला किसानों के लिए नयी तकनीकों, जैविक खेती, उद्यानिकी और मत्स्य पालन में उन्नति के अवसर प्रदान करेगा. मेले में किसानों को उनकी उपज का मूल्य बढ़ाने, विपणन रणनीतियों और पर्यावरण अनुकूल खेती पर जोर दिया गया. डीसी ने कहा कि योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना प्राथमिकता है. डीसी, जिला परिषद अध्यक्ष, उप विकास आयुक्त स्मृता कुमारी ने विभिन्न स्टॉलों का निरीक्षण कर जायजा लिया तथा मेले में प्रदर्शित कृषि उपकरण, तकनीकी नवाचार, जैविक उत्पादों, फसलों, फल, फूल और सरकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त की. डीसी ने कहा कि इन स्टालों के माध्यम से किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों और संसाधनों की जानकारी दी जा रही है, जो उनके उत्पादन को बढ़ाने और लागत कम करने में सहायक होगी. फल और सब्जी प्रदर्शनी ने किसानों को उनकी फसलों के बेहतर उत्पादन और संरक्षण के नये तरीकों से परिचित कराया. इस प्रदर्शनी में जैविक उत्पादों, स्थानीय सब्जियों और फलों की विभिन्न प्रजातियों का प्रदर्शन किया गया.

मौके पर एसडीओ श्रीकांत यशवंत विस्पुते, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, भूमि संरक्षण पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी समेत सभी संबंधित अधिकारी के अलावा जिले के सभी प्रखंडों से किसान, किसान मित्र, प्रगतिशील कृषक आदि मौजूद थे.

आयोजन के और अधिक प्रचार-प्रसार की जरूरत : जिप अध्यक्ष

जिप अध्यक्ष मुनिया देवी ने कहा कि यह मेला किसानों के लिए बहुत लाभकारी है और अधिक प्रचार प्रसार करते हुए किसानों की संख्या बढ़ाने की आवश्यकता है. नयी तकनीक से यदि किसान खेती करें, तो अधिक लाभ होगा. पानी की कमी को देखते हुए खेती कार्य समय पर नहीं हो पाता है. इस पर विभाग को ध्यान देने की आवश्यकता है. क्योंकि जिले की खेती सिंचाई पर ही निर्भर है. इसके लिए चेक डैम, तालाब कूप जैसे योजना पर ध्यान देने की आवश्यकता है, जिससे पानी संरक्षित कर खेती करने में सहायक हो सकता है.

डीएओ ने किसानों को दीं कई जानकारियां

जिला कृषि पदाधिकारी (डीएओ) ने कहा कि किसान स्वावलंबी बने. किसान वैज्ञानिक तरीके से खेती कर खेती की लागत कम कर सकते हैं. बीज का चुनाव, मात्रा, समय पर सिंचाई, पौधे की दूरी बीज, रोगों का उपचार में अनुशंसित दवाई का प्रयोग आदि की जानकारी दी. कहा कि इससे किसान खेती की लागत कम कर सकते हैं. साथ ही साथ नीम, करंज, सरसों, खली आदि का उपयोग करने की सलाह दी. कहा कि वैज्ञानिक विधि से खेती करने से पांच से सात गुना मुनाफा बढ़ जाता है. आत्मा प्रचार-प्रसार के लिए ही मुख्य रूप से जिले में किसानों के लिए कार्य कर रही है. प्रखंड स्तर पर प्रखंड तकनीकी प्रबंधक सहायक तकनीकी प्रबंधक एवं किसान मित्र कार्य कर रही है. मेले में लगाये गये स्टॉल के माध्यम से जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने का का प्रयास है.

मेले में लोगों को दी गयी कानून की जानकारी

किसान मेले में जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने स्टॉल लगाकर लोगाें को कानून की जानकारी दी गई. पीएलवी कामेश्वर कुमार ने कहा कि प्राधिकार द्वारा संचालित फ्रंट कार्यालय, मध्यस्थता केंद्र, राष्ट्रीय लोक अदालत व मासिक लोक अदालत के माध्यम से पारिवारिक व विद्युत समेत अन्य वादों काे लेकर नि:शुल्क न्याय उपलब्ध कराया जाता है. कहा कि प्राधिकार का उद्देश्य वैसे गरीब, असहाय, दलित, आदिवासी व महिला को जानकारी देना है, जो आर्थिक रूप से कमजोर रहने के कारण न्याय से वंचित हैं. ऐसे लोगों को नि:शुल्क अधिवक्ता उपलब्ध करवा न्याय दिलाया जाता है. प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष अरविंद कुमार पांडेय व सचिव सोनम बिश्नोई के मार्गदर्शन में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. सफल बनाने में पीएलवी रंजना सिन्हा, गुफरान आलम, सुनील कुमार, अंकित वर्मा, संगीता कुमारी, नितेश कुमार, दिव्या सिन्हा, कोनैन अहमद, कुश यादव, मुकेश वर्मा, सहदेव साव, राजेश यादव आदि ने सहयोग दिया.

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