गुरु भक्ति से ही जीवन सफल और सार्थक होता है : सुजाता किशोरी
मनुष्य जाति की सर्वोपरि संपत्ति उसका उत्तम आचरण होता है. इस अक्षुण्ण संपदा के आधार पर ही मनुष्य अपने स्तर को ऊंचा उठाने में समर्थ होता है.
सरिया. मनुष्य जाति की सर्वोपरि संपत्ति उसका उत्तम आचरण होता है. इस अक्षुण्ण संपदा के आधार पर ही मनुष्य अपने स्तर को ऊंचा उठाने में समर्थ होता है. यह तभी संभव होगा जब व्यक्ति को सद्गुरु की प्राप्ति होगी. ये विचार वृंदावन से आयी बाल व्यास सुजाता किशोरी के हैं. वह बड़की सरिया में आयोजित पांच दिवसीय शिव परिवार सा हनुमत प्राण प्रतिष्ठा रुद्र महायज्ञ में प्रवचन कर रही थीं. ज्ञान के बाद होती है शरणागति : उन्होंने श्रोताओं से कहा कि गुरु अज्ञान रूपी अंधकार को ज्ञान रूपी शलाका से दूर कर देते हैं. इससे मनुष्य भगवान की शरणागति को प्राप्त करता है. हम सभी को सदगुरु मिले इसके लिए ””””ध्यान मूलम् गुरुमूर्ति पूजामूलम् गुरुपदम्, मंत्र मूलम गुरुवाक्यं, मोक्ष मूलम गुरु कृपा”””” का अनुभव करके अपने जीवन को सफल और सार्थक करने का प्रयत्न करना चाहिए. कथा के मध्य उन्होंने शिव-पार्वती विवाह प्रसंग झांकी के साथ प्रस्तुत की जिसे देख श्रद्धालु ओत-प्रोत हो गए. संगीतमय इस प्रवचन के बीच एक से बढ़कर एक भक्ति भजन भी परोसा जा रहा है जिससे लोग झूमने को मजबूर हो रहे हैं. प्रतिदिन उमड़ रहे श्रद्धालु : विदित हो कि पांच दिवसीय इस रुद्र महायज्ञ में प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. ब्रह्ममुहुर्त से ही वेदी पूजन हो रहा है. श्रद्धालु मंडप की परिक्रमा कर रहे हैं. समिति के लोग यज्ञ की पूरी व्यवस्था में लगे हुए हैं. यज्ञ के सफल संचालन में अध्यक्ष अंबुज वर्मा, उपाध्यक्ष राजेंद्र दास, सचिव संजय राज, कोषाध्यक्ष अरुण राम, संयोजक फागू पंडित, सह संयोजक विनोद प्रसाद ठाकुर, पुरोहित प्रकाश कुमार पांडेय, कार्यकारिणी सदस्यों में विनोद मंडल, संतोष महतो, तारकेश्वर मोदी, श्रीकांत वर्मा चंदन कुमार, तुलसी पंडित, विशेश्वर पासवान, बिगन दास, संजय पंडित, मुरली महतो, नीलकंठ पंडित, सुनील स्वर्णकार आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रह रही है.