सीमावर्ती क्षेत्रों की भट्ठियों में बनायी जा रही शराब
प्रखंड के घने जंगलों में बड़ी भट्ठियां बना कर त्रिपाल के नीचे शराब बनायी जाती है. बीच-बीच में विभाग छापेमारी करता है व भट्ठियों को नष्ट किया जाता है, पर सप्ताह भर बाद पुनः धंधा शुरू हो जाता है.
By Prabhat Khabar News Desk |
April 22, 2024 12:48 AM
व्यापक पैमाने पर होती है महुआ शराब की चुलाई
गावां.
गावां प्रखंड के सीमावर्ती गावों से सटे जंगली क्षेत्रों में अवैध रूप से शराब बनाने का धंधा काफी समय से चल रहा है. प्रखंड के घने जंगलों में बड़ी भट्ठियां बना कर त्रिपाल के नीचे शराब बनायी जाती है. प्रखंड स्थित डुमरजारा, राजोखार गाढीशांख समेत कई गांवों से सटे जंगलों में भारी मात्रा में शराब की चुलाई की जा रही है. बीच-बीच में विभाग छापेमारी करता है व भट्ठियों को नष्ट किया जाता है, पर सप्ताह भर बाद पुनः धंधा शुरू हो जाता है.
कार्रवाई होती है, पर कारोबार चलता रहता है :
जंगली क्षेत्र होने के कारण पुलिस के पहुंचने के पहले ही धंधेबाज वहां से फरार हो जाते हैं. इससे धंधेबाजों तक प्रशासन नहीं पहुंच पाता है. फलत: उन पर कार्रवाई नहीं हो पाती है. कार्रवाई नहीं होने से वे पुनः घने जंगलों की आड़ में शराब चुलाई शुरू कर देते हैं. विश्वस्त सूत्रों की मानें तो जंगली क्षेत्रों में कई गिरोह इस कार्य में सक्रिय हैं.
जंगलों को पहुंचाया जाता है
नुकसान
: शराब चुलाई के इस घंधे में जंगलों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया जाता है. यहां पेड़-पौधों को साफ कर भट्ठियां बनायी जाती हैं. भट्ठियों में भी जंगल से काटकर लकड़़ियां झोंकी जाती है. इस तरह वन संपदा को भारी नुकसान होता है. इन स्थानों में शराब बनाने के लिए फिनाईल, जानवरों की वैक्सीन समेत कई जहरीले तत्वों के अलावा काफी मात्रा में गुड़ आदि का भी प्रयोग होता है. इन चीजों के प्रयोग से शराब जहरीली हो जाती है.
जंगली रास्ते से भेजा जाता है बाहर
: क्षेत्र में जंगली क्षेत्रों के अलावा कुछ घरों में भी शराब की चुलाई होती है. इन क्षेत्रों में बनी शराब जंगली रास्ते से बिहार भेजी जाती है. स्थानीय होटल व ढाबों में भी शराब खपायी जाती है. जंगली क्षेत्रों में कई रास्ते हैं जो बिहार के जमुई, कौआकोल आदि स्थानों को जोड़ती है. तैयार शराब बाइक पर लादकर इन रास्तों से बिहार भेजी जाती है. इन रास्तों में पुलिस की गश्त कम होती है, जिससे धंधेबाज बेखौफ होकर धंधा जारी रखते हैं. स्थानीय स्तर पर भी होटलों-ढाबों आदि में इसकी आपूर्ति की जाती है.
होली के पूर्व दो किये गये थे गिरफ्तार :
होली के पूर्व गावां से भारी मात्रा में बोतल में पैक नकली अंग्रेजी शराब बरामद की गयी थी. छापेमारी में गैलन में तैयार अंग्रेजी नकली शराब भी बरामद की गयी थी. मौके पर सरकारी काउंटर संचालक समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सूत्रों से पता चला है कि प्रखंड में संचालित विभिन्न सरकारी काउंटरों की आड़ में भी शराब को बाहर भेजा जाता है. पूर्व में कई बार अंग्रेजी शराब की खेप जब्त की जा चुकी है.
क्षेत्रों में पेट्रोलिंग बढ़ाई जायेगी : गा
वां रेंजर अनिल कुमार ने कहा कि होली के पूर्व भी जंगली क्षेत्रों में व्यापक अभियान चलाकर अवैध भट्ठियों को नष्ट किया गया था. इसकी रोकथाम के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों के जंगलों में पेट्रोलिंग बढ़ायी जायेगी. वन क्षेत्र में किसी सूरत में ऐसा कार्य नहीं होने दिया जायेगा. इन क्षेत्रों में पेट्रोलिंग बढ़ाई जायेगी. इधर, थाना प्रभारी महेशचंद्र ने कहा कि अवैध शराब के खिलाफ अभियान चलाया जायेगा. इस प्रकार के धंधे में संलिप्त लोगों पर कार्रवाई की जायेगी.