छापेमारी टीम में तिसरी के बीडीओ मनीष कुमार, सीओ अखिलेश प्रसाद, थाना प्रभारी रंजय कुमार, एसआई नंद राय, उत्पाद विभाग के सब इंस्पेक्टर महेंद्र देवगन, वनपाल अभिनीत राज सहित कई पुलिस व वन कर्मी शामिल थे. छापेमारी के दौरान स्कूल में बच्चे भी मौजूद थे. इधर, स्कूल के दूसरे हॉल में बड़े पैमाने पर अवैध माइका रखा हुआ था.
वहीं, शराब और स्प्रिट की भी गंध आ रही थी. इसके बाद छापेमारी टीम पूरे भवन की जांच करने लगी. इस दौरान लगभग साढ़े तीन सौ गैलन स्प्रिट सहित शराब बनाने वाले कई सामान व काफी मात्रा में माइका जब्त किया. टीम स्कूल को सील करने में जुटी हुई है.क्या है मामला
बता दें कि तिसरी प्रखंड में एक ही मालिक गोल्डन फ्यूचर पब्लिक नामक दो स्कूल चलाता है. एक कसियाटांड़ में और एक केवटाटांड़ में स्कूल है. कसियाटांड़ गांव में संचालित गोल्डन फ्यूचर पब्लिक स्कूल में अवैध रूप से शराब बनाने व स्प्रिट रखकर सप्लाई करने की सूचना पर गुरुवार रात उत्पाद विभाग कार्रवाई करने तिसरी पहुंची, लेकिन उत्पाद विभाग टीम में कसियाटांड़ की जगह केवटाटांड़ स्थित गोल्डन फ्यूचर पब्लिक स्कूल पहुंची. सही स्थान पर नहीं जाने की वजह से छापेमारी टीम को कुछ भी हाथ नहीं लगा. केवटाटांड़ स्थित स्कूल में छापेमारी की की सूचना पर कसियाटांड़ स्थित उक्त स्कूल से कई खेप में गाड़ी से स्प्रिट व शराब को हटाकर दूसरे ठिकाने पर रखा गया. इधर, छापेमारी पूरी नहीं होने के कारण अधिकारियों की संयुक्त टीम शुक्रवार को कसियाटांड़ स्थित गोल्डन फ्यूचर पब्लिक स्कूल में छापेमारी की. यहां से काफी मात्रा में माइका मिला. स्कूल कैंपस में स्प्रिट की पूरी गंध भी मिली. इसके बाद छापेमारी टीम पूरी बारीकी से गोदाम व स्कूल को खंगालने लगी. इसी दौरान छापेमारी टीम को कुछ सुराग मिला और टीम खिजुरी पंचायत के गजवाकुरा गांव पहुंची. वहां एक निर्माणाधीन आवास में छिपा कर रखे गया लगभग साढ़े तीन सौ गैलन स्प्रिट, ड्रम, बाल्टी समेत अन्य सामान मिला.
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