गिरिडीह के रेलवे स्टेशन में लाखों रुपये की लागत से बना सामुदायिक सुलभ शौचालय बेकार साबित हो रहा है. कुछ दिनों से शौचालय में ताला बंद होने के कारण रेल यात्रियों को काफी असुविधा एवं परेशानी हो रही है. चंदन कुमार गुप्ता, पंकज सिंह, अभिषेक कुमार आदि रेल यात्रियों ने बताया कि ट्रेन पकड़ने के लिए आने वाले यात्रियों को यहां घंटों बैठकर अपनी ट्रेन का इंतजार करना पड़ता है. ऐसे में विषम परिस्थितियों के कारण उन्हें शर्मिंदगी का भी सामना करना पड़ता है. सबसे ज्यादा परेशानी महिला रेल यात्रियों को होती है. इस बाबत चेंबर ऑफ़ कॉमर्स के ज़िलाध्यक्ष निर्मल झुनझुनवाला ने कहा कि रेलवे स्टेशन के शौचालय में ताला लगे रहने से आम जनता और यात्रियों को काफ़ी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने इस संबंध में डीआरएम से उचित निर्देश जारी करने की मांग की है. शौचालय संवेदक गुंजन झा का कहना है कुछ दिनों पहले उनका स्टाफ़ बिना बोले रक्षाबंधन को लेकर घर चला गया था. इसकी जानकारी उन्हें नहीं थी. लेकिन अब शौचालय खुलवा दिया जायेगा. वहीं इस संबंध में जब स्टेशन मास्टर विनय कुमार से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि जब से ये सभी चीजें प्राइवेट हो गयी हैं, तब से मनमानी की जा रही है. कहा कि वह इस समस्या को उच्च अधिकारियों को अवगत करायेंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है