गिरिडीह.धनवार प्रखंड के जहनाडीह निवासी एक युवक के कोरोना संक्रमण की खबर मिलते ही पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी है. जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गांव को सेनिटाइज करने के साथ-साथ पीड़ित युवक के संपर्क में आये कई लोगों को आइसोलेट व क्वारंटाइन तो कर दिया, लेकिन संक्रमित युवक के संपर्क में प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से आये अन्य लोगों को चिह्नित करना बड़ी चुनौती होगी. जब युवक की ट्रेवग हिस्ट्री की जानकारी ली गयी तो कई तथ्य सामने आये. संक्रमित युवक मुंबई के धरावी में एक फैक्ट्री में मजदूरी करता था. 21 मार्च को यह युवक अपने तीन रिश्तेदारों के साथ मुंबई-कोलकाता मेल (ट्रेन नंबर – 12322) से हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन 23 मार्च को सुबह 4.30 बजे पहुंचा. इस दौरान युवक ने मंबई-कोलकाता मेल की जेनरल बोगी में सफर किया है. यह बोगी खचाखच भरी हुई थी. इस बोगी में कितने लोग सवार थे, इसका कोई आंकड़ा नहीं मिल पाया है, लेकिन जो भी लोग सवार थे, वे विभिन्न स्टेशनों में उतर रहे थे. 23 मार्च की सुबह हजारीबाग रोड स्टेशन से उसने एक टेंपो रिजर्व किया और अपने तीन रिश्तेदारों के साथ जहनाडीह लगभग साढ़े छह बजे पहुंचा.
ऑटो चालक की अब तक पहचान नहीं हो पायी है. बताया जाता है कि जिस घर में युवक रह रहा था, वहां युवक समेत परिवार के कुल नौ लोग थे. इन रिश्तेदारों में माता-पिता, चार भाई, एक बहन और युवक की पत्नी व एक बेटा भी शामिल है. इसके अलावे जो बहनोई साथ में आया था, वह अपने घर हीरोडीह चला गया. पुलिस ने इन सभी रिश्तेदारों की पहचान कर ली है, लेकिन परिवार के ये सदस्य किन-किन लोगों के संपर्क में आये, उन्हें फिलहाल चिह्नित नहीं किया जा सका है. हालांकि, प्रशासन ने गांव को सील कर मेडिकल टीम के जरिये सर्वे शुरू कर दिया है और कई लोगों को होम क्वारंटाइन में रहने का निर्देश दिया है. जानकारों की मानें तो इस दौरान युवक और युवक के रिश्तेदार प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से कई लोगों के संपर्क में आये. पीड़ित युवक ने बिरनी प्रखंड के बरहमसिया के एक झोलाछाप डॉक्टर के संपर्क में आया था और फिर वह कोडरमा के मरकच्चो में भी एक झोलाछाप डॉक्टर से जांच करायी थी. इन दोनों झोलाछाप डॉक्टरों को भी चिह्नित कर क्वारंटाइन में भेज दिया गया है. जानकारी के मुताबिक बिरनी के बरहमसिया में जिस झोलाछाप डॉक्टर ने युवक की जांच की थी, उसने न सिर्फ युवक को स्लाइन चढ़ाया था, बल्कि युवक का ब्लड सैंपल भी लिया गया था.
इस क्रम में कितने लोग संपर्क में आये, इसकी पहचान फिलहाल नहीं हो सकी है. इतना ही नहीं, युवक के भाई ने राजोडीह में एक पीडीएस डीलर और बेको में एक दुकानदार के यहां से सामान की खरीदी भी की थी. यह भी जानकारी मिली है कि इस युवक के किसी परिजन के साथ हुए प्रेम-प्रसंग के मामले में इसी बीच पास के ही एक ईदगाह में पंचायत भी हुई थी. इस पंचायत में भी संक्रमित युवक के परिजनों के साथ कई बाहर के लोग भी बैठे थे. युवक और उसके सीधे संपर्क में आये लोगों के ट्रेवल हिस्ट्री का अध्ययन से यह स्पष्ट है कि काफी संख्या में लोग प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इन लोगों के संपर्क में आये हैं, जिन्हें चिह्नित करना प्रशासन के लिए आसान नहीं होगा. हालांकि, इस संबंध में अधिकारियों ने दावा किया है कि काफी त्वरित कार्रवाई करते हुए इलाके में सर्वे किया जा रहा है और संक्रमित युवक या उसके परिजन के संपर्क में आये लोगों को चिह्नित किया जा रहा है. सीधे संपर्क में आये 14 लोग चिह्नित : एसडीपीओ एसडीपीओ नवीन कुमार सिंह को जब कोरोना पॉजिटीव युवक के बारे में जानकारी दी गयी तो उन्होंने शनिवार को सुबह छह बजे से ही युवक के ट्रेवल हिस्ट्री को खंगालना शुरू कर दिया.
10 लोगों को आइसोलेशन वार्ड में भेज दिया गया है इनका स्वाब लेकर जांच के लिए रिम्स भेज दिया गया है. बताया कि इलाके को पूरी तरह से सील कर अन्य लोगों की भी पहचान की जा रही है. डीसी ने की जांच कराने की अपील डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने कहा कि संक्रमित युवक के सीधे संपर्क में आने वाले लोगो में से कई लोगों को चिह्नित किया जा चुका है. लेकिन उस ऑटो चालक की पहचान नहीं हो पायी है जिसने संक्रमित युवक व उसके रिश्तेदारों को स्टेशन से घर पहुंचाया है. इस ऑटो चालक की पहचान जरूरी है. उन्होंने अपील की है कि ऑटो चालक खुद सामने आये और क्वारंटाइन में रहे. साथ ही डीसी श्री सिन्हा ने उनलोगों से भी अपील की है जो लोग मुंबई-कोलकाता मेल में 21 मार्च को जेनरल बोगी से सफर कर रहे थे. अपील में उन्होंने कहा है कि इस बोगी में सफर कर रहे सभी लोग अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में खुद जायें और जांच करा लें. कहा कि इस महामारी में सभी को सतर्क रहने की जरूरत है.