धर्म-कर्म. जिले में धूमधाम से की गयी वट सावित्री पूजा, महिलाओं ने लिया ब्राह्मणों से आशीर्वाद
गिरिडीह/सरिया.
जिले भर में गुरुवार को सुहागिन महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु की कामना को लेकर वट सावित्री की पूजा की और कथा सुनी. सुबह से ही शहर के विभिन्न क्षेत्र में स्थित वट वृक्ष के समीप महिलाएं पूजा-अर्चना करने के लिए पहुंची. बताया जाता है कि यह व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है. हिंदू धर्म में महिलाएं अपने सुहाग की रक्षा और स्वास्थ्य की कामना को लेकर कई व्रत रखती हैं, उनमें प्रमुख व्रत है वट सावित्री है. तीन दिनों तक मनाया जाने वाला यह व्रत प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है. इसके पूर्व एक दिन व्रत करने वाली महिलाएं नहाय-खाये करती हैं. वहीं, दूसरे दिन उपवास रहती हैं. तीसरे दिन अमावस्या तिथि को बरगद वृक्ष की पूजा कर सावित्री-सत्यवान की कथा सुन ब्राह्मणों से आशीर्वाद लेती हैं. ब्राह्मणों को दान-दक्षिणा देकर महिलाएं पारण करती हैं. सरिया. इधर, सरिया प्रखंड में भी धूमधाम के साथ वट सावित्री पूजा हुई. सरिया प्रखंड क्षेत्र के सरिया नगर, पावापुर, कोयरीडीह, मंधनिया, बंदखारो, बागोडीह, अमनारी, घुठिया पेसरा, दुर्गी धवैया, बगड़ी, नगर केश्वारी, परसिया, केश्वारी, मंदरामो, मोकामो, खेसकरी, नावाडीह, उर्रो सहित सभी गांव की महिलाओं ने वट-सावित्री की पूजा की. इसे लेकर सुबह से ही विभिन्न बरगद वृक्ष के चारों ओर बैठकर महिलाओं ने पूजा की. अपने पति के दीर्घायु होने, संतान की रक्षा तथा स्वास्थ्य की कामना कर ब्राह्मणों से आशीर्वाद प्राप्त किया. महिलाओं ने की पूजा-अर्चना : बगोदर. बगोदर समेत आसपास के गांवों में महिलाओं ने अपने पति की लंबी उम्र की कामना को लेकर वट सावित्री की पूजा की. प्रखंड प्रमुख आशा राज व अन्य महिलाओं ने अपने घरों और विभिन्न मंदिरों के वट वृक्ष के नीचे पूजा अर्चना की. इसे लेकर विभिन्न मंदिरों और वट वृक्षों के नीचे महिलाओं की भीड़ जुटी. बेंगाबाद. वट सावित्री व्रत को लेकर क्षेत्र की सुहागिन महिलाओं में उत्साह दिखा. सज संवर कर महिलाएं बरगद वृक्ष के नीचे पहुंचीं. वट वृक्ष में रक्षासूत्र बांधकर अखंड सुहाग की कामना की. पंडितों ने सावित्री-सत्यवान की कथा सुनायी. नव दंपतियों में अधिक उत्साह देखा गया. झारखंडधाम. सुहागिनों ने वट वृक्ष के साथ बाबा भोलेनाथ की भी पूजा की और पति के लंबी आयु की कामना की. झारखंडधाम समेत अन्य क्षेत्र में वट सावित्री पूजा की धूम रही. सुबह महिलाएं वट वृक्षों के समक्ष जमा होकर रक्षा सूत्र बांधा और पूजा अर्चना की. धुरेता, हीरोडीह, रेंबा, चरघरा, पोबी, जोराशांख, शाली, चुंगलो, तारा, धुरगड्डगी, भंडारो, पालमो, डोंगोडीह, चुंगलखार, करिहारी समेत अन्य गांवों में महिलाओं ने पूजा की. डुमरी. सुहागिनों ने प्रखंड के विभिन्न स्थानों में वट सावित्री पूजा परंपरागत व मान्यता के अनुसार की. वट वृक्ष की विधि-विधान पूर्वक पूजा कर अपने परिवार की सुख समृद्धि व पति की लंबी आयु की कामना की. ब्राह्मणों ने सावित्री-सत्यवान की कथा सुनायी. पति की दीर्घायु की कामना की : देवरी. सुहागिनों ने वट वृक्ष की पूजा कर अपने अपने पति की दीर्घायु की कामना की. सुहागिन महिलाओं ने वट वृक्ष की पूजा कर सावित्री- सत्यवान की कथा भी सुनी. पूजा को लेकर सुहागिनों में उत्साह दिखा. सोलह शृंगार व पारंपरिक परिधान में सजधज कर महिलाएं पूजा करने के लिए पहुंची. गांडेय. प्रखंड के गांडेय, दासडीह, झरघट्टा, बुधुडीह, महेशमुुंडा समेत अन्य गांवों में सुहागिनों ने सामूहिक रूप से वट-सावित्री की पूजा कर अपने पति के दीर्घायु की कामना की. महिलाओं ने जल, फूल, अक्षत, चंदन, फल-फूल व पकवान के साथ वट वृक्ष की पूजा की. वट वृक्ष के सामने धूप, दीप, अगरबत्ती जला कर नैवेद व शृंगार साम्रगी भी चढ़ाया. महिलाओं ने वट वृक्ष की परिक्रमा कर रक्षा सूत्र भी बांधा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है