तीसरे दिन भी दुष्कर्म पीड़िता की मेडिकल जांच प्रक्रिया नहीं हुई पूरी
छह साल की मासूम बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के बाद मेडिकल जांच की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो पायी है.
संवाददाता, गिरिडीह. छह साल की मासूम बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के बाद मेडिकल जांच की प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो पायी है. तीसरे दिन भी बिना अल्ट्रासाउंड कराने पहुंची दुष्कर्म की पीड़िता को काफी इंतजार के बाद वापस लौट जाना पड़ा. बता दें कि दस अप्रैल को पचंबा के एक स्कूल के बाथरूम में छह साल की नन्हीं सी बच्ची के साथ 21 वर्षीय एक युवक ने दुष्कर्म किया. जब बच्ची घर पहुंची तो परिजनों ने ब्लड देखकर पूछताछ शुरू की. अंतत: परिजन इस नतीजे पर परिजन पहुंचे कि बच्ची के साथ दुष्कर्म किया गया है. जब परिजनों ने स्कूल में जाकर प्रबंधन से पूछताछ की तो वहां उन्हें धमकियां मिली. धमकी मिलने के बाद परिजन पचंबा थाना पहुंचे और फिर मामला दर्ज कराया.
बिना रजिस्ट्रेशन के ही दो साल से संचालित है स्कूल :
पचंबा में स्थित जिस स्कूल में दुष्कर्म की घटना घटी है, वह पिछले दो साल से बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित है. एक दंपती दइस स्कूल का संचालन कर रहे हैं. जानकार लोगों ने बताया कि पूर्व में दो पार्टनर ने मिलकर एक स्कूल का संचालन शुरू किया था. बाद में विवाद के बाद दोनों पार्टनर अलग-अलग हो गये और एक अलग स्कूल का संचालन शुरू कर दिया गया. इस बाबत स्कूल प्रबंधन का कहना है कि वर्ष 2022 में स्कूल की स्थापना हुई है. उन्होंने बताया कि अभी तक यू डायस कोड नहीं लिया गया है. स्कूल संचालन के लिए शीघ्र ही यू डायस कोड लिया जायेगा. रेसिडेंसियल स्कूल चलाये जाने के सवाल पर संचालक का कहना है कि कुछ ही बच्चे छात्रावास में रहते हैं और वे भी उनके रिश्तेदार हैं. स्कूल में लगभग 160 बच्चों का नामांकन है. दुष्कर्म के सवाल पर कहा कि पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है.आरोपी की पहचान के बाद युवक गिरफ्तार :
पचंबा थाना में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी. शुक्रवार को स्कूल से कई बच्चों को थाना लाया गया और बच्ची के सामने प्रस्तुत करने के उपरांत पहचान करने को कहा गया. बच्ची ने आरोपी युवक की पहचान कर ली. इसके बाद पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. बता दें कि 21 वर्षीय युवक ने चार दिन पूर्व ही कक्षा एक में उस स्कूल में नामांकन कराया था. 21 वर्षीय युवक का कक्षा एक में नामांकन कराने के सवाल पर भी तरह-तरह की चर्चा हो रही है. इधर, पचंबा के थाना प्रभारी नरेंद्र यादव ने बताया कि दुष्कर्म मामले में आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया गया है. स्कूल प्रबंधन के विरुद्ध कार्रवाई के सवाल पर कहा कि इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा गया है.मेडिकल जांच में तरह-तरह से की जा रही है आनाकानी : सुरेश शक्ति
बाल अधिकार एक्टिविस्ट सुरेश शक्ति ने कहा कि घटना दस अप्रैल की है. लेकिन मेडिकल जांच की प्रक्रिया पूरी करने में काफी विलंब हो रहा है. तीसरे दिन भी अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाया. उन्होंने बताया कि बच्ची को सुबह से ही बिना खाना खिलाये भूखे रखा गया था. लेकिन, इसके बाद भी टेक्निशियन की मनमानी के कारण अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाया. वहीं, बच्ची की मेडिकल रिपोर्ट को देने में भी आनाकानी की जा रही है. उन्होंने बताया कि पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. यदि मेडिकल रिपोर्ट मिल जाती तो 164 के तहत पीड़िता का बयान कोर्ट में दर्ज हो जाता. लेकिन, मेडिकल रिपोर्ट देने में स्वास्थ्य विभाग आनाकानी कर रहा है. वहीं, शुक्रवार को जब अल्ट्रासाउंड किया जाना था तो टेक्निशियन अल्ट्रासाउंड लैब को बंद कर भाग गया. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों में थोड़ी सी भी ना ही इंसानियत है और ना ही संवेदनशीलता. बताया कि कभी अल्ट्रासाउंड मशीन की खराबी तो कभी ईद की छुट्टी, तो कभी टेक्निशियन की अनुपस्थिति का कारण बताया जा रहा है. अब पुन: 13 अप्रैल को अस्पताल बुलाया गया है. इधर सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा ने बताया कि किसी भी तरह की लापरवाही नहीं की जा रही है. उन्होंने बताया कि अल्ट्रासाउंड करने के पूर्व यूरीन पास होना जरूरी है. यूरीन पास नहीं होने के कारण अल्ट्रासाउंड नहीं हो पाया.जांच के बाद होगी कार्रवाई : डीएसई
डीएसई मुकुल राज ने कहा कि स्कूल का संचालन किन परिस्थितियों में किया जा रहा था और स्कूल का यू डायस कोड है या नहीं, इस पूरे मामले की जांच करायी जायेगी. उन्होंने कहा कि बिना रजिस्ट्रेशन के यदि स्कूल का संचालन किया जा रहा है तो संचालक के विरूद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी.