बेंगाबाद के विभिन्न पंचायतों में मनरेगा कार्य में मेटेरियल के स्थान पर वाउचर बेचने के मामले में संबंधित वेंडरों पर कार्रवाई की मांग उठने लगी है. संबंधित पंचायतों के मुखिया ने सामग्री मद में रॉयल्टी की दर को सार्वजनिक करने की मांग की है. कहा है ईंट, सीमेंट, बालू, गिट्टी, छड़ में रॉयल्टी की दर सार्वजिनक नहीं किये जाने से वेंडर मनमानी कटौती कर लाभुकों को नाममात्र की राशि भुगतान कर लूट मचा रहे हैं. कहा है वेंडर सामग्री आपूर्ति नहीं करते हैं, बावजूद वे वाउचर बेचकर सामग्री मद की राशि अपने खाते में ले लेते हैं. इसमे विभाग के अधिकारियों की भी मिलीभगत के कार वेंडरों की मनमानी चल रही है.
पूर्व में उठ चुकी है लाभुकों के खाते में भुगतान की मांग
बताया जाता है कि वेंडरों की मनमानी के कारण लाभुकों को होने वाली फजीहत के कारण किजपा नेताओं ने लाभुकों के खाते में सामग्री मद की राशि भुगतान की मांग कर चुके हैं. किजपा नेता अवधेश सिंह ने बिना सामग्री आपूर्ति कर वॉचर बेचने के मामले में अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा था वेंडर के बजाय लाभुक के खाते में राशि भेजने की जरूरत है. इससे लाभुकों को राहत होगी. इधर मुखिया मो सदीक अंसारी सहित अन्य मुखिया का कहना है कि वेंडर लाभुकों को सामग्री समय पर उपलब्ध नहीं कराते है जिससे परेशान होकर लाभुकों को स्वयं से व्यवस्था कर सामग्री की खरीदी करनी पड़ती है लेकिन वॉचर वेंडर से लेने की विवशता होती है. इस स्थिति में वेंडर के खाते में मेटेरियल मद की राशि आने के बाद मनमाने तरीके से रॉयल्टी कटौती कर नाममात्र की राशि लाभुकों को देते हैं. इधर बीडीओ सुनील कुमार मुर्मू ने पंचायतों के मुखिया को हिदायत दी है कि जो वेंडर सामग्री आपूर्ति नहीं करते हैं और मनमानी रॉयल्टी कटौती करते हैं. उसकी जानकारी दें ताकि जांच कर कार्रवाई की जा सके.
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