गिरिडीह में मोरारी बापू ने कहा-रामकथा से हटेगा कली का प्रकोप

गिरिडीह के मधुबन में रामकथा के सातवें दिन प्रसिद्ध कथावाचक संत मोरारी बापू ने प्रवचन दिया. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी भी शामिल हुईं.

By Kunal Kishore | June 21, 2024 8:49 PM

गिरिडीह : रामकथा के सातवें दिन भी सम्मेद शिखर मधुबन की धरती में श्रद्धालुओं ने प्रसिद्ध कथावाचक आध्यात्मिक संत मोरारी बापू के मधुर प्रवचन का लाभ उठाया. साथ ही भजन पर झूमते दिखे. कथा के सातवें दिन मोरारी बापू ने भगवान शंकर एवं माता पार्वती के बीच राम कथा को लेकर हो रही चर्चा का बखान किया. मोरारी बापू ने कहा कैसे माता पार्वती भगवान शिव से भगवान राम के पूरी कथा को सुनने की अभिलाषा रखती है. माता पार्वती भगवान शिव से कहते हैं कि प्रभु आप आज हमें श्रीराम की पूरा कथा से हमे अवगत करायें.

रामकथा रूपी कुल्हाड़ी कलयुग रूपी वृक्ष को काटता है : मोरारी बापू

मोरारी बापू ने कहा कि रामकथा रूपी कुल्हाड़ी कलयुग रूपी वृक्ष को काटता है. रामकथा सुनने से कली का प्रकोप हट जाता है. भगवान श्रीराम के पूरे महिमा को वेद में भी बखान करना मुश्किल है. भगवान श्रीराम ने दशरथ का पुत्र बनकर अयोध्या में क्यों अवतार लिया. इसपर भी मोरारी बापू ने श्रद्धालुओं को अपने सुमधुर प्रवचन से बताया.

भगवान के प्रकट होने का होता है कारण

कहा कि परमात्मा के प्रकट होने के कारण हैं. जब धर्म की हानि होती है, असुर वृति लोगों का बाहुल्य हो जाये, अनीति बढ़ जाये, तब जगत का पिता किसी का बेटा बन जाता है. इस सृष्टि के लिए भगवान अवतार लेते हैं. रामचरित मानस में भगवान के अवतार के पांच कारण को बताया. जब अधर्म धर्म का कवच पहन लेता है तो बहुत परेशानी होती है. व्यक्ति को मारने के लिए पहले उसके कवच को नष्ट करना होता है. मूल अधर्म को नष्ट करने के लिए कभी कभी छल करना पड़ता है. मोरारी बापू ने कहा कि जो मनुष्यता व मानवता के साथ अपराध करे, वही असुर है. भ्रष्टाचार, अत्याचार, दुराचार बढ़ गया था. रावण के त्रास के कारण चिंतन बंद हो गयी थी, तब उसके संघार के लिए श्रीराम आये.

क्षमा व मौन की व्याख्या भी की

मोरारी बापू ने क्षमा की व्याख्या बताया. उन्होंने कहा कि क्षमा बहुत बड़ा व्रत है. उसके बाद मौन की व्याख्या को बताया. साधुओं के बारे में बताते हुए कहा कि कई साधु ऐसे होते हैं जिन्हें हम परम साधु कहते हैं जो साधुओं के अलंकार हैं. व्यक्ति को दुराचारी को भी कटु वचन नहीं बोलना चाहिए. त्याग और तप का अहंकार नहीं करना चाहिए.

केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी रही मौजूद

भारत सरकार की केंद्रीय मंत्री सह कोडरमा सांसद अन्नपूर्णा देवी भी शामिल हुई. मोरारी बापू की कथा सुनने के बाद मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने लोगों को संबोधित भी किया. मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि ऐसे आयोजन हमलोगों के लिए सौभाग्य की बात है. मोरारी बापू से केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने आशीर्वाद भी लिया. आयोजन सफल बनाने में आयोजन समिति के सदस्य सक्रिय हैं.

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