Loading election data...

Morari Bapu: आचार्य की महिमा विचार से भी अधिक है, गिरिडीह के मधुबन में रामकथा में बोले मोरारी बापू

झारखंड के गिरिडीह जिले के मधुबन में रामकथा आयोजित की जा रही है. इसमें देश-विदेश के श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. मोरारी बापू ने लोगों से कहा कि आचार्य की महिमा विचार से भी अधिक है. आचारविहीन व्यक्ति को विचार भी ठीक नहीं कर सकता.

By Guru Swarup Mishra | June 16, 2024 8:10 PM
an image

गिरिडीह/पीरटांड़: जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन की पावन धरती पर मोरारी बापू के नौ दिवसीय रामकथा के दूसरे दिन रविवार को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. रविवार की सुबह 10.30 बजे जैसे ही मोरारी बापू कार्यक्रम स्थल पहुंचे तो पूरा स्थल जय श्रीराम और जय हनुमान के जयकारा से गूंज उठा. संगीतमय हनुमान चालीसा पाठ से शुरुआत हुई. मोरारी बापू ने हनुमान जी के भजन के साथ कथा की शुरुआत की. उन्होंने जैनियों के 24 तीर्थकंरों में से 20 तीर्थकरों के मोक्ष प्राप्त करने वाले भगवान को नमन किया. उन्होंने कहा कि आचार्य की महिमा विचार से भी अधिक है. जो आचारविहीन व्यक्ति है, उसे विचार भी ठीक नहीं कर सकता. विनय ही सबसे बड़ा आचार है. हमें सत्य का आचरण करने की जरूरत है.

गुरु की आज्ञा का करें पालन
गिरिडीह जिले के मधुबन में आयोजित रामकथा में मोरारी बापू ने कहा कि सत्य का विचार करें. कभी-कभी मन में ऐसा समय आता है जब सिर्फ सत्य ही आपके विचार में आता है, लेकिन आप सत्य नहीं बोल पाते है, लेकिन कभी-कभी संसार के सुख के लिए लोगों के मन से झूठ निकल जाता है. भगवान बुद्ध को जब पूछा गया कि आप सब कुछ छोड़ कर निकल गये, ये ठीक किया तो भगवान बुद्ध ने यह कहा कि मैं अभी सत्य के मार्ग पर निकला हूं. जब सत्य मेरे आचरण में आ जाये, तभी कुछ कहूंगा. कहा कि आपके गुरु आपको जो कहें उसे प्रसन्नता पूर्ण स्वीकार करें. भगवान श्री राम ने त्रेता युग में परिश्रम कर सेतु बनाया. दान को तप कहा गया है. अगर आप किसी भूखे को अन्न खिलाते हैं, तो वह भी एक तप है क्योंकि आप भूखे को अन्न देने के लिए भी तप करते हैं. आप किसी को आहार देते हैं वह भी एक तप है. उन्होंने कहा कि भगवान महावीर ने कहा है कि गुरु की महिमा अपरंपार है. गुरु जो भी आज्ञा दें उन्हें बिना संकोच करना चाहिए. अहिंसा पर विस्तार से अपना बातें रखीं. कहा कि जैन परंपरा का प्रथम सूत्र अहिंसा है. इस दौरान परमधर्म की व्याख्या भी की. हम मन से किसी के बारे में बुरा नहीं सोंचे यह भी अहिंसा है. हमें किसी के प्रति ईर्ष्या, निंदा, द्वेष आदि का भाव नहीं रखना चाहिए.

गंगा दशहरा का महत्व बताया
मोरारी बापू ने कहा कि आज गंगा दशहरा है. उन्होंने गंगा माता का भजन जय जय भगीरथ नंदिनि, मुनि-चय चकोर चंदनि, नर-नाग-बिबुध-बंदिनि जय जहनु बालिका गीत के माध्यम से गंगा दशहरा का महत्व बताया. कहा कि कैलाश ने हमें सबसे महत्वपूर्ण चीज दी है, वह है गंगा. कैलाश है तो हम हैं. भगवती गंगा तरल है. मोरारी बापू ने नाथ शब्द की विशेषता को बताते हुए कहा कि नाथ शब्द बहुत ही पवित्र है. उजाला होने से अंधेरा स्वयं हट जाता है. उन्होंने कहा कि रामकथा का एक-एक अक्षर पापों का नाश करता है. राम नाम ही महिमा आपार है. राम राम जपने से क्रोध कम हो जाता है और राग का नाश होता है. भगवान शंकर ने राम नाम बोलते हुए विष पान किया था. भगवान राम की भक्ति वर्षा रूपी है.

रामकथा सुनने देश-विदेश से पहुंचे हैं श्रद्धालु
मोरारी बापू के रामकथा सुनने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु मधुबन पहुंचे हुए हैं. रविवार की सुबह से ही यहां श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया. बाहर से आये श्रद्धालुओं के होटल में रहने के साथ-साथ भोजन की भी व्यवस्था आयोजन समिति के सदस्यों ने की है. देश-विदेश से श्रद्धालुओं के आने मधुबन के बाजार के दुकानदार काफी खुश हैं, क्योंकि उनकी बिक्री भी बढ़ गयी है.

कथा सुनने पहुंचे विधायक सुदिव्य कुमार सोनू
रविवार को गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी मधुबन स्थित कार्यक्रम स्थल पहुंचे. श्री सोनू एक घंटा मोरारी बापू का प्रवचन सुना. उन्होंने कहा कि वे सोशल मीडिया और टीवी चैनलों में उनका प्रवचन सुनते आ रहा हूं. कहा कि दूसरे दिन मोरारी बापू ने अपने कथा में मां गंगा के साथ-साथ 24 तीर्थकरों में से 20 तीर्थकरों के निर्वाण से जुड़ी कई बातें कहीं, जिसे सुन कर मन को शांति मिली.

भजनों की हुई अमृतवर्षा
मकर संक्राति मेला मैदान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भजनों की अमृत वर्षा हुई. वातानुकूलित पंडाल में श्रद्धालु कथा का रसपान कर रहे हैं. वहीं पंडाल में भगवान श्री राम की भव्य और आकर्षक प्रतिमा भी श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रह रही है. मोरारी बापू ने श्री राम, जय राम, जय-जय राम समेत अन्य भजन गाकर माहौल को पूरी तरह से भक्तिमय कर दिया. भजन सुन श्रद्धालु भाव-विभोर हो गये.

क्या कहते हैं श्रद्धालु
नेपाल के काठमांडू के कमलेश कुमार लाल करन ने कहा कि पिछले कई वर्षों से बापू की रामकथा सुन रहा हूं. जहां भी कथा होती है, वहां पहुंचने की कोशिश करता हूं. जनकपुर नेपाल में रहता हूं, लेकिन, बापू की रामकथा सुनने कहीं भी चला जाता हूं. रामकथा के सुमिरन से पूरे परिवार का कल्याण हुआ है. बापू की कथा सुनने के बाद मन को शांति मिलती है.

राम नाम से पूरे हो जाते हैं बिगड़े काम
नेपाल के जनकपुर के पुष्पा कर्ण ने कहा कि राम नाम के सुमिरन से ही सब बिगड़े काम पूरे हो जाते हैं. बापू के दर्शन करने के बाद ऐसा लगता है कि भगवान श्री राम के दर्शन हो गये. पूरे परिवार के साथ नेपाल के जनकपुर से मोरारी बापू की रामकथा सुनने मधुबन आयी हूं. पूरे नौ दिनों तक कथा सुन कर ही यहां से वापस जाऊंगी.

यहां आने का मौका मिलना सौभाग्य की बात
यूपी के शाहजहांपुर के मिंशु त्रिपाठी ने कहा कि 2018 से लगातार मोरारी बापू की कथा सुनते आ रहा हूं. बापू ने कई बार हमलोगों का नाम लिया है. बापू के साथ एक अपनापन है. बगैर कथा सुने मन नहीं लगता है. इस बार जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन में रामकथा हो रहा है और यहां आने का मौका मिला है. यह सौभाग्य की बात है.

रामकथा सुनने आयी हूं
यूपी के शाहजहांपुर की दिव्या त्रिपाठी ने कहा कि बापू की रामकथा सुनने का अवसर कई बार मिला है. इस बार भी बापू की रामकथा सुनने के लिए आयी हूं. रामकथा सुन कर पूरे परिवार का मन शांत रहता है. पूरे परिवार के साथ मधुबन आयी हूं. पूरे नौ दिनों तक रामकथा सुनकर बापू के बताये गये मार्गो पर चलने का प्रयास करूंगी.

मोरारी बापू की कुटिया देखने उमड़ रही है लोगों की भीड़
रामकथा करने मधुबन पहुंचे मोरारी बापू के रहने के लिए आयोजन समिति ने भव्य व्यवस्थाकी है. मधुबन के सौरभांचल संस्था परिसर में वातानुकूलित कुटिया का निर्माण कराया गया है. इस कुटिया की खूबसूरती देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है. हालांकि, यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किया गया है और किसी भी व्यक्ति को कुटिया में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी गयी है. इतना ही नहीं मोरारी बापू के खाना बनाने के लिए भी वातानुकूलित सुविधाओं से लैस किचन बनाया गया है. इधर, रामकथा को लेकर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतेजाम किये गये है. पंडाल के आस-पास पुलिस बलों की तैनाती की गयी है. रामकथा के सफल आयोजन में मुकेश जालान, गौरव अग्रवाल, पिंकू अग्रवाल, प्रदीप जिंदल, जीआर गर्ग, मुकेश जालान, बांके बिहारी शर्मा, शाहिल शर्मा, नीलकमल भारतीया, अंकित केडिया, आशीष जालान आदि सराहनीय भूमिका निभा रहे हैं.

Also Read: गिरिडीह में मोरारी बापू का रामकथा शुरू, प्रवचन सुनने उमड़े श्रद्धालु

Exit mobile version