सम्मेद शिखर की पावन धरा पर 23 जून तक सुनायेंगे रामायण मकर संक्रांति मेला मैदान में बनाया गया है भव्य पंडाल सौरभांचल संस्था परिसर में बनायी गयी बापू की वातानुकूलित कुटिया फोटो कैप्शन के साथ अलग से (तैयारी का जायजा लेते आयोजन समिति के सदस्य) प्रतिनिधि, पीरटांड़. रामकथा के मर्मज्ञ और अंतरराष्ट्रीय ख्याति लब्ध संत मोरारी बापू शनिवार से सम्मेद शिखर की पावन धरा मधुबन में रामकथा सुनायेंगे. आयोजन नौ दिवसीय है. मकर संक्रांति मेला मैदान में इसके लिए भव्य पंडाल बनाया गया है. रामकथा के सफल आयोजन को लेकर समिति ने पूरी तैयारी की है. शनिवार को मोरारी बापू का मधुबन में आगमन होगा. अपराह्न तीन बजे से रामकथा शुरू होगी. देश के अलग-अलग प्रांतों के अलावा गिरिडीह जिले के विभिन्न इलाकों से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को मंगल प्रवचन का लाभ मिलेगा. बताते चलें कि सिद्ध क्षेत्र पारसनाथ की भूमि पर मोरारी बापू की रामकथा 23 जून तक चलेगी. पिछले एक माह से कार्यक्रम की व्यापक तैयारी की जा रही है. मोरारी बापू की कुटिया मधुबन स्थित सौरभांचल संस्था परिसर में बनायी गयी है. वातानुकूलित कुटिया की खूबसूरती देखने कार्यक्रम से पूर्व ही लोग पहुंचना शुरू कर दिये हैं. मोरारी बापू की कुटिया में उनके रसोइया के लिए अलग कमरा व रसोईघर बनाये गये हैं. आयोजन समिति के सदस्य शुक्रवार को काफी सक्रिय रहे. वे घूम-घूम कर व्यवस्था का जायजा लेते रहे. पढ़ें पेज भी
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