झारखंड में मां की ममता शर्मसार, कुत्तों ने नवजात की नोंच-नोंचकर ले ली जान

झारखंड के हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र के अलपीटो गांव में स्कूल के पास से नवजात का शव मिला है. मां ने उसे खेत में फेंक दिया था. शरीर के कई हिस्सों को कुत्तों और जानवरों ने काट खाया था.

By Guru Swarup Mishra | January 20, 2025 9:28 PM

गिरिडीह/हजारीबाग-झारखंड के हजारीबाग जिले के विष्णुगढ़ थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला वाकया हुआ है. यहां एक मां ने अपनी नवजात बच्ची को खेत में फेंक दिया. आवारा कुत्तों और जंगली जानवरों ने नवजात को बुरी तरह नोंच डाला, जिससे उसकी मौत हो गयी. घटना बगोदर-हजारीबाग रोड पर स्थित अलपीटो गांव की है. इसकी सूचना मिलने पर सीओ नित्यानंद दास मौके पर पहुंचे. उनकी सूचना पर पुलिस पहुंची, फिर बच्ची को एंबुलेंस से विष्णुगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान नवजात बच्ची की मौत हो गयी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है.

स्कूल के पीछे खेत में पड़ा मिला नवजात का शव


सोमवार की सुबह नवजात बच्ची का शव गांव के स्कूल के पीछे एक खेत में पड़ा मिला. इससे इलाके में सनसनी फैल गयी. कड़कड़ाती ठंड के बावजूद नवजात के शरीर पर कपड़े नहीं थे. जब ग्रामीणों की नजर नवजात बच्ची पर पड़ी, तो बदन में हरकत थी. हालांकि आवारा कुत्तों और जंगली जानवरों ने उसके शरीर को जगह-जगह नोंच और काट दिया था. इस कारण बाद में बच्ची की मौत हो गयी. मामले में विष्णुगढ़ थाना प्रभारी सपन कुमार महथा ने कहा कि नवजात बच्ची मृत फेंकी गयी थी या जीवित, यह स्पष्ट नहीं है. शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल हजारीबाग भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा.

निर्दयी मां को कोस रहे थे ग्रामीण


बच्ची के खेत में पड़े होने को लेकर गांव में तरह-तरह की चर्चा है. ग्रामीणों ने तत्काल मामले की सूचना विष्णुगढ़ अंचल अधिकारी और थाना प्रभारी को दी. सूचना पर पुलिस पहुंची और बच्ची को ले गयी. ग्रामीण उस निर्दयी मां को कोस रहे थे, जिसने नौ माह गर्भ में रखने के बाद इस हाड़कंपाती ठंड में उसे खुले आसमान तले खेत में फेंक दिया था. स्थानीय ग्रामीण भीखन रविदास ने बताया कि सुबह आठ बजे नवजात बच्ची पर ग्रामीणों की नजर पड़ी. इससे पूर्व आवारा कुत्तों ने बच्ची का एक हाथ काट लिया था, तो दूसरे हाथ को पूरी तरह खा लिया था. पुलिस के पहुंचने से पूर्व बच्ची की मौत हो चुकी थी.

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