मुंबई में फंसे प्रवासी मजदूरों की मदद में जुटी हैं सांसद अन्नपूर्णा देवी
गिरिडीह : कोडरमा की सांसद अन्नपूर्णा देवी इन दिनों रांची में है. वह वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग और मोबाइल कॉल के जरिये दूसरे राज्यों में रह रहे मजदूरों की समस्याओं के समाधान में जुटी हैं, साथ ही कोडरमा संसदीय क्षेत्र के इलाके में कोरोना से बचाव को लेकर चलाये जा रहे राहत अभियान पर भी नजर रखी […]
गिरिडीह : कोडरमा की सांसद अन्नपूर्णा देवी इन दिनों रांची में है. वह वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग और मोबाइल कॉल के जरिये दूसरे राज्यों में रह रहे मजदूरों की समस्याओं के समाधान में जुटी हैं, साथ ही कोडरमा संसदीय क्षेत्र के इलाके में कोरोना से बचाव को लेकर चलाये जा रहे राहत अभियान पर भी नजर रखी हुई हैं. मुंबई के धारावी में 400 प्रवासी झारखंडी मजदूरों को राशन पिछले दिनों उनके प्रयास से मिल सका. मुंबई के धारावी में फंसे प्रवासी मजदूरों ने सांसद को फोन पर परेशानी बतायी. सांसद ने सभी का नाम एवं पता मंगवाया. भाजपा युवा मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद पूनम महाजन से बात कर मजदूरों की समस्या से उन्हें अवगत कराया. सांसद पूनम महाजन और अन्नपूर्णा देवी के कहने पर मुंबई भाजपा की सचिव दिव्या ढोले ने सभी मजदूरों के लिए राशन की व्यवस्था करायी. :
इसके 15 दिन पूर्व भी धारावी में 280 मजदूरों को राशन की व्यवस्था करायी गयी थी. साथ ही दूसरे प्रदेशों में भी रह रहे मजदूरों के लिए विभिन्न समाजसेव संगठनों व भाजपा के लोगों के सहयोग से राहत दिलाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने तेलंगाना, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में फंसे झारखंडी प्रवासी मजदूरों की सूची केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी को भेजकर आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. सांसद के आग्रह पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने सहयोग का भरोसा दिया है. गुजरात के सूरत में फंसे मजदूरों के लिए सहयोग का आग्रह सांसद सीआर पाटिल से किया गया है.
नवी मुंबई और कल्याण के फंसे प्रवासी मजदूरों की सूची सांसद मनोज कोटक को भेजकर सहयोग का आग्रह किया है. इसके अलावा कोडरमा संसदीय क्षेत्र में भी जरूरतमंदों को प्रतिदिन 150 पैकेट भोजन तैयार कर मजदूरों के बीच बांटा जा रहा है. साथ ही सांसद अन्नपूर्णा देवी भाजपा के मंडल अध्यक्षों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये न सिर्फ हालात का जायजा ले रही है, बल्कि इलाके में चलाये जा रहे राहत कार्य पर भी नजर रखी हुई हैं.
अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि जैसे-जैसे समय बीतता जा रहा है, प्रवासी मजदूरों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं. झारखंड सरकार इन मजदूरों को राहत दे पाने में बिल्कुल असफल साबित हुई हैं. उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द कोटा में फंसे झारखंड के छात्रों और विभिन्न राज्यों में फंसे अप्रवासी मजदूरों की हितों को ध्यान में रखकर सरकार उचित पहल करे.