तस्करों ने लकड़ी की पहचान को छिपाने के लिए पेड़ को काटकर उसे बोटा में तब्दील करने के साथ ही पेड़ के छिलका (बोकला) को उखाड़ दिया गया है. बताया गया कि डहुआटांड-चौकी मुख्य मार्ग के दोनों किनारे सखुआ के पेड़ के कारण कभी वहां घना जंगल था. तस्करों के सहयोग से धड़ल्ले से इसकी कटाई की जा रही है. पेड़ों के काटे जाने से घना जंगल जैसा दिखने वाला क्षेत्र आज वीरान हो गया है. क्षेत्र के समाजसेवियों एवं जनप्रतिनिधियों ने हरे पेड़ काटने वालों को चिह्नित कर उन पर कार्रवाई करने की मांग की है. देवरी के प्रभारी वनपाल नीरज कुमार पांडेय ने बताया कि पेड़ काटे जाने की सूचना मिली है. इस मामले में जांच-पड़ताल कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
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