सामान्य दिनों में गिरिडीह शहर के लोग जाम की समस्या से ट्रैफिक में घंटों फंसते रहे हैं. लेकिन दुर्गापूजा या अन्य किसी पर्व-त्योहार में यह समस्या और विकट हो जाती है. दुर्गापूजा जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे जिला मुख्यालय में आने-जाने वाले लोगों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. यही कारण है कि शहर के लगभग सभी मुख्य मार्गों में जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है. जाम की समस्या से राहत देने के लिए ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने को ले प्रशासन ने कदम उठाया है जिसे मंगलवार से ही लागू कर दिया गया. शहर के प्रमुख नौ मार्गों पर प्रवेश निषेध करते हुए नो इंट्री की बोर्ड लगा दी गयी है. टावर चौक से काली बाड़ी की ओर जाने वाले चारपहिया वाहन को टावर चौक के पास ही रोक दिया जायेगा. टावर चौक के पास नो इंट्री का बोर्ड लगा दिया गया है. वहीं टेम्पो स्टेंड से अंबेडकर चौक, मधुबन वेजिस से टावर चौक, बरगंडा चौक से मकतपुर चौक, बीबीसी चौक से बजरंग चौक, पद्म चौक से कालीबाड़ी चौक, मछली पट्टी रोड से पद्म चौक, बड़ा चौक से तिरंगा चौक, बाभनटोली मोड़ से स्टेशन रोड और बरमसिया चौक से पूजा पंडाल तक वन वे की व्यवस्था कर दी गयी है. इस इलाके में चारपहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दिया गया है. वहीं तिरंगा चौक से गांधी चौक के बीच वाहनों के लिए आवागमन पूर्णत: बंद रहेंगे. वन वे और प्रवेश निषेध के संबंध में गिरिडीह के अनुमंडल पदाधिकारी और ट्रैफिक डीएसपी के संयुक्त हस्ताक्षर से आदेश जारी कर दी गयी है और कहा गया है कि दुर्गापूजा के अवसर पर गिरिडीह शहरी क्षेत्र में यातायात की समस्या को देखते हुए ट्रैफिक व्यवस्था में कई बदलाव किये गये हैं जिसका अनुपालन सभी की जिम्मेदारी है. अधिकारियों ने कहा कि यदि ट्रैफिक नियम का पालन नहीं किया जायेगा तो वैसे लोग कार्रवाई के लिए तैयार रहें.
इस रूट पर चलेंगे चारपहिये वाहन
वन वे की व्यवस्था किये जाने के बाद चारपहिया वाहनों के आने-जाने के लिए अलग रूट को चिन्हित किया गया है. अंबेडकर चौक से टेम्पो स्टेंड तक, काली बाड़ी से टावर चौक तक, टावर चौक से बरगंडा चौक तक, मकतपुर चौक से बरगंडा चौक तक, बजरंग चौक से बीबीसी रोड चौक तक, कालीबाड़ी चौक से पद्म चौक तक, पद्म चौक से मछली पट्टी रोड तक, तिरंगा चौक से बड़ा चौक तक और स्टेशन रोड से बाभनटोली तक चारपहिया वाहन वन वे का पालन करते हुए जा सकेंगे.
सुबह नौ बजे से रात दो बजे तक भारी वाहनों का प्रवेश निषेध
भारी वाहनों के परिचालन पर भी कई निषेध लगाये गये हैं. दुर्गापूजा को देखते हुए भारी वाहनों को प्रात: नौ बजे से रात नौ बजे तक शहर में इंट्री करने से रोक लगा दी गयी है. यह प्रवेश निषेध दस अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक लागू रहेगा. वहीं पांच अक्टूबर से नौ अक्टूबर तक प्रात: नौ बजे से रात 11 बजे तक भारी वाहनों के शहर में इंट्री पर रोक रहेगी. अधिकारियों का कहना है कि दुर्गापूजा को देखते हुए दस अक्टूबर से 14 अक्टूबर तक देर रात तक भारी वाहनों को शहर में प्रवेश की छूट नहीं मिलेगी. क्योंकि देर रात तक श्रद्धालु समेत अन्य लोग शहर में होते हैं.
पांच स्थानों पर पार्किंग स्थल चिह्नित
जहां-तहां वाहनों के पार्क कर दिये जाने से लोगों को काफी परेशानी हो रही थी. पार्किंग जोन उपलब्ध नहीं रहने के कारण लोग अपने वाहनों को सड़क के किनारे ही खड़ी कर देते थे जिससे मुख्य पथ पर वाहनों का परिचालन प्रभावित हो रहा था और जाम की समस्या खड़ी हो रही थी. इस स्थिति से निपटने के लिए गिरिडीह शहर में पांच स्थलों को चिन्हित करते हुए पार्किंग जोन बनाया गया है. बस स्टैंड के निकट स्थित टेम्पो स्टेंड, अंटा बंगला मैदान, बरमसिया स्थित आबकारी मैदान, सर्कस मैदान और झंडा मैदान में चारपहिया वाहनों की पार्किंग करने की व्यवस्था की गयी है.
फुटपाथ का अतिक्रमण जाम की समस्या से निजात मिलने में बाधक
एक ओर जहां शहर में ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए प्रशासन ने कदम उठाये हैं. वहीं दूसरी ओर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों की लापरवाही के साथ-साथ शहर के फुटपाथों का अतिक्रमण किये जाने से जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है. बता दें कि फुटपाथ के अतिक्रमण से एक लंबे समय से गिरिडीह के लोग जाम की समस्या से परेशान हैं. बताया जाता है कि गिरिडीह में ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिलने में सबसे बड़ा बाधक फुटपाथ का अतिक्रमण किया जाना है. कई दुकानदारों ने अपने दुकान को रोड तक बढ़ा दिया है. वहीं कई सब्जी विक्रेता और फल विक्रेता रोड पर कब्जा कर अपनी दुकान लगाये बैठे हैं. फलस्वरूप शहर का मुख्य मार्ग भी सकरा हो गया है और ऐसे में वाहनों के परिचालन में काफी परेशानी हो रही है. यही करण है कि कई पथों को वन वे कर दिये जाने के बाद भी कई इलाके में अब भी जाम की समस्या बनी हुई है. मंगलवार को भी कई इलाके में जाम रहा और अफरा-तफरी का माहौल रहा. वहीं कई वाहन चालकों का कहना है कि घंटों जाम रहने के बाद भी ट्रैफिक पुलिस वाले एक ही स्थान पर खड़े रहते हैं और मोबाइल में मशगूल रहते हैं. ट्रैफिक के लिए पुलिस कर्मियों की तैनाती किये जाने के बाद भी वे ट्रैफिक नियंत्रण में दिलचस्पी नहीं लेते.
पुलिस कर्मियों ने कार्यशैली नहीं बदला तो होगी कार्रवाई : ट्रैफिक इंस्पेक्टर
इधर ट्रैफिक इंस्पेक्टर राजेंद्र प्रसाद महतो ने कहा कि कई बार पुलिस कर्मियों को हिदायत दी गयी है. सख्त निर्देश दिया गया है कि जब शहर में ट्रैफिक की समस्या खड़ी है तो वे इधर-उधर समय जाया न करें. बल्कि जाम में फंसे वाहनों को बाहर निकालने की दिशा में काम करें और ट्रैफिक को नियंत्रित करें. कहा कि यदि इसके बाद भी पुलिस कर्मी मोबाइल में मशगूल रहते हैं और कार्यशैली में बदलाव नहीं करते हैं तो वे कार्रवाई के लिए तैयार रहें. ऐसे लोगों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की अनुशंसा की जायेगी.
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