14 दिन बाद भी लापता प्रेम कुमार का सुराग नहीं, माले ने निकाला प्रतिवाद मार्च
धनवार के दक्षिणी डोरंडा पंचायत अंतर्गत दासेडीह के एक 15 वर्षीय प्रेम कुमार के लापता होने के 14 दिनों तक सुराग नहीं लग पाने को लेकर भाकपा माले ने मंगलवार को पुलिस के खिलाफ प्रतिवाद मार्च निकाला.
धनवार के दक्षिणी डोरंडा पंचायत अंतर्गत दासेडीह के एक 15 वर्षीय प्रेम कुमार के लापता होने के 14 दिनों तक सुराग नहीं लग पाने को लेकर भाकपा माले ने मंगलवार को पुलिस के खिलाफ प्रतिवाद मार्च निकाला. लोगों ने क्षेत्र में हो रही हत्या, बलात्कार, अपहरण जैसे मामलों को रोकने और लापता प्रेम कुमार की सकुशल वापसी की मांग करते हुए एसडीपीओ खोरीमहुआ नीरज कुमार सिंह को अल्टीमेटम दिया. इससे पूर्व भाकपा माले नेता सह पूर्व विधायक राजकुमार यादव के नेतृत्व में लोगों ने प्रेम कुमार के पीड़ित परिवार के साथ दासेडीह डोरंडा से लगभग सौ की संख्या में महिला-पुरुष कार्यकर्ताओं के साथ दो किलोमीटर प्रतिवाद मार्च निकालते हुए अनुमंडल पहुंचे और कार्यालय के समक्ष सभा का आयोजन किया. पूर्व विधायक राजकुमार यादव, माले नेत्री जयंती चौधरी, विनय संथालिया आदि ने प्रशासनिक पदाधिकारियों तथा स्थानीय विधायक तथा सांसद को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि भाजपा के विधायक सांसद के कार्यकाल में हत्या, बलात्कार, अपहरण जैसे मामले आम हो गया है. कहा कि दासेडीह से ही 15 वर्षीय प्रेम कुमार तथा मुखबधिर आनन्द कुमार का अपहरण हो जाता है और पुलिस प्रशासन चैन की नींद सो रही होती है. कहा कि जिसका बच्चा खो जाता है, उस पर क्या बीतती है, वही जनता है. यह भी कहा कि 26 जनवरी 2022 को महेशमरवा पंचायत क्षेत्र के नवादा में हुई चाची-भतीजी की हत्या हो या गांव के ऋषि कुमार या सोनू रविदास की बात करें या फिर अंशु बर्णवाल और चंदन बर्णवाल दोनों सगे भाइयों की हत्या की बात हो हर जगह पुलिस प्रशासन सिर्फ मूकदर्शक बन कार्य करती रही है. कहा अगर एक सप्ताह के अंदर प्रेम कुमार तथा आनंद कुमार को प्रशासन सुरक्षित वापस घर नहीं लाती है तो भाकपा माले खोरीमहुआ में चक्का जाम करेगी जिसका जिम्मेवार प्रशासन की होगी. बताया गया कि नौ जुलाई की सुबह लापता बच्चा प्रेम कुमार नाश्ता कर घर से डोरंडा के लिए निकला और फिर लौटकर नहीं आया जिसके बाद मां संगीत देवी पति रंजीत यादव ने घोड़थंभा ओपी में आवेदन देकर बच्चे की खोजबीन करने की गुहार लगाई है. पर पुलिस प्रशासन 14 दिन बीत जाने के बाद भी बच्चे का सुराग तक नहीं लगा पाई है जिससे क्षेत्र की जनता में प्रशासन के रवैये के विरूद्ध आक्रोश पनप रहा है. मार्च में कौशल्या दास, किशोरी अग्रवाल, कयूम अंसारी, राजकुमार यादव, मुखिया नरेश यादव, प्रवेश यादव, नागेश्वर यादव, पिंटू भदानी, प्रवीण सिंह आदि सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण तथा माले के महिला पुरुष कार्यकर्ता शामिल थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है