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घर में पानी नहीं, खेतों में हाे रहा पटवन

प्रखंड में नल जल योजना की स्थिति काफी खराब है. एक तरफ योजना से पीने का पानी नहीं मिल रहा है, वहीं दूसरी ओर टंकी के पानी से पटवन किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 20, 2024 11:27 PM

जमुआ. प्रखंड में नल जल योजना की स्थिति काफी खराब है. एक तरफ योजना से पीने का पानी नहीं मिल रहा है, वहीं दूसरी ओर टंकी के पानी से पटवन किया जा रहा है. मामला प्रखंड के नावाडीह पंचायत के सखैयबाद गांव का है. नावाडीह पंचायत के सखैयबाद में दो प्वाइंट पर बोरिंग कर स्ट्रक्चर का निर्माण किया गया है. एक से आधा गांव में धीमी गति से जलापूर्ति हो रही है. वहीं, दूसरी से जलापूर्ति नहीं हो रही है. संवेदक जय मां दुर्गा कंस्ट्रक्शन 40 घर में टोंटी लगा कर खानापूर्ति की है. घर में पानी नहीं मिलते देख ग्रामीणों टंकी से पाइप के सहारे सिंचाई कर रहे हैं. खेत में पटवन करने लगे हैं. सीमा देवी, यशोदा देवी, उषा देवी आदि ने कहा कि ठेकेदार पाइपलाइन बिछाकर कनेक्शन नहीं दिया है.

क्या कहते हैं ग्रामीण :

ग्रामीण दिनेश वर्मा ने कहा कि संवेदक की मनमानी से ग्रामीणों को नल जल योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. कई बार हमलोगों ने संवेदक के कर्मियों से जलापूर्ति की मांग की है, लेकिन कोई पहल नहीं हुई.

वहीं, सोनू वर्मा ने कहा : ग्रामीणों को भीषण गर्मी में पानी नहीं मिल पा रहा है. संवेदक के रवैया के कारण कतिपय लोग अपने खेतों में फसलों की सिंचाई कर रहे हैं. इस पर विभाग भी चुप है. राधे महतो का कहना है कि संवेदक नावाडीह पंचायत में जैसे-तैसे बोरिंग कर कनेक्शन लगा रहा है. इसके कारण लोगों को नियमित पानी नहीं मिल पा रहा है. योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है.

मुखिया ने कहा :

नावाडीह के मुखिया संतोष कुमार वर्मा पंचायत में 46 बोरिंग की गयी है. 23 बोरिंग में पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं निकला है. संवेदक पुराने चापाकल में ही स्ट्रक्चर लगाया जा रहा है. बीडीओ व जेई को सूचना दी गयी है. लेकिन, समस्या जस की तस है.

मामले की जांच कर होगी कार्रवाई : जेई :

पेयजल व स्वच्छता विभाग के जेई नरोत्तम सिंह मुंडा ने कहा कि नल जल योजना के तहत जलापूर्ति में अनियमितता गंभीर मामला है. संवेदक को निर्देश दिया गया कि सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत हर घर में नल से जल उपलब्ध कराया जाये. सखैईबाद में पानी टंकी से किसानों द्वारा पटवन किये जाने के मामले में संवेदक जिम्मेदार है. मामले की जांच व कार्रवाई की जायेगी.

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