Giridih News :एक भी व्यक्ति फाइलेरिया की दवा लेने से ना छूटे : डीसी
Giridih News :समाहरणालय सभागार में शनिवार को डीसी नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में फाइलेरिया उन्मूलन के मद्देनजर मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन को लेकर जिला स्तरीय स्वास्थ्य समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गयी.
बैठक. 10 फरवरी से 25 फरवरी तक चलाया जायेगा फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम
मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन को ले जिलास्तरीय स्वास्थ्य समन्वय समिति की बैठक
समाहरणालय सभागार में शनिवार को डीसी नमन प्रियेश लकड़ा की अध्यक्षता में फाइलेरिया उन्मूलन के मद्देनजर मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन को लेकर जिला स्तरीय स्वास्थ्य समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गयी. बैठक में डीसी ने 10 फरवरी से 25 फरवरी तक चलाए जाने वाले फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की जानकारी ली. बैठक में मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम के विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा कर कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए कार्ययोजना बनायी गयी और डीसी ने पदाधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियां सौंपी. बैठक में डीसी ने निर्देश दिया कि फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत दवा वितरण कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार कराना सुनिश्चित करेंगे ताकि एक भी व्यक्ति फाइलेरिया की दवा लेने से ना छूटे. इस दौरान डीसी ने सभी चिकित्सकों, आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका, स्वास्थ्य सहिया एवं स्वास्थ्य कर्मियों को गाइडलाइन का पालन करते हुए डीइसी व एल्बेंडाजोल की गोली लोगों को खिलाने को लेकर निर्देशित किया.बीडीओ, सीडीपीओ व एमओआइसी को प्रतिदिन ब्रीफिंग करने का दिया निर्देश
बैठक में डीसी श्री लकड़ा ने कहा कि फाइलेरिया बीमारी से प्रभावित अंग गंभीर रूप से फूल जाता है. इससे व्यक्ति को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है. फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन कर फाइलेरिया से बचा जा सकता है. साथ ही कहा कि अधिक से अधिक लोगों को बूथ पर ही दवा खिलाने की रणनीति तैयार करें जिससे घरों में जाकर दवा खिलाने की संख्या कम रहे. इसके लिए अधिक से अधिक बूथों का प्रचार-प्रसार करें. बैठक में बीडीओ, सीडीपीओ व एमओआइसी को प्रतिदिन ब्रीफिंग करने को कहा गया. ताकि कितने बच्चों, लोगों को दवा दी गयी है, इसकी जानकारी प्राप्त हो सके.फाइलेरिया विश्व स्तर पर विकलांगता का दूसरा प्रमुख कारण : सीएस डॉ एसपी मिश्रा
बैठक में उपस्थित सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा ने कहा कि फाइलेरिया एक ऐसी बीमारी है जिसकी वजह से प्रभावित अंगों जैसे हाथ, पांव (हाथीपांव) का फूलना और हाइड्रोसिल होता है. फाइलेरिया बूचेरिया बैन्क्राफ्टी कृमि की वजह से होता है जो क्यूलेक्स मच्छर के द्वारा फैलता है. यह एक वैक्टर मच्छर जनित बीमारी है और फाइलेरिया विश्व स्तर पर विकलांगता का दूसरा प्रमुख कारण है. क्यूलेक्स मच्छर जमे हुए गंदे पानी में पैदा होते हैं. फाइलेरिया के उपचार हेतु डीईसी गोली और अलबेंडाजोल बहुत ही कारगर दवा है जिसके उपयोग से एमडीए कार्यक्रम किया जाता है. लक्षित आबादी को डीईसी व अलबेंडाजोल गोली की एक खुराक वर्ष में एक बार खिलाने पर 80 से 90 प्रतिशत तक इस बीमारी के प्रसार पर नियंत्रण किया जा सकता है. फाइलेरिया की दवा किसी भी स्थिति में खाली पेट नहीं लेनी चाहिए. बैठक में बताया गया कि 10 फरवरी को बूथ-डे है. इस दिन सभी विद्यालय, सभी आंगनबाड़ी केंद्र, सभी स्वास्थ्य केंद्र, सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, पंचायत भवन, वार्ड कार्यालय आदि को बूथ बनाया जायेगा. 11 फरवरी से 25 फरवरी तक सभी संबंधित कर्मियों द्वारा घर घर जा जाकर दवा पिलायी जायेगी. इस बीच संबंधित कर्मी अपने समक्ष ही लोगों को दवा पिलायेंगे. पेयजल व स्वच्छता विभाग, सूचना जनसंपर्क विभाग, नगर निगम, स्कूली शिक्षा, समाज कल्याण, पंचायती राज व आपूर्ति विभाग को इस कार्यक्रम से जोड़ा गया है. बैठक में डीडीसी स्मृता कुमारी, एसडीओ श्रीकांत यशवंत विसपुते, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, उप नगर आयुक्त, जिला शिक्षा पदाधिकारी, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी, सभी एमओआईसी, सभी सीडीपीओ सहित अन्य कई संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है