गिरिडीह. विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर गुरुवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया. अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ एसपी मिश्रा ने की. इस दौरान सिविल सर्जन ने सभी अधिकारियों को शपथ दिलायी. उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है. विश्व मलेरिया दिवस का उद्देश्य जनसमुदाय को मलेरिया सुरक्षा एवं बचाव के प्रति जागरूक करना और बेहतर स्वास्थ्य के लिए उनका व्यवहार परिर्वतन किया जाना है. इस वर्ष विश्व मलेरिया दिवस का थीम ‘स्वास्थ्य समानता, लैगिंक समानता एवं मानव अधिकार’ है. अब हमें मलेरिया उन्मूलन के लिए ग्राम स्तर पर काम करना है, ताकि जिले को मलेरिया मुक्त किया जा सके. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार विश्व में मलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य 2030 तक निर्धारित किया गया है. उन्होंने कहा कि मलेरिया से बचाव व सुरक्षा के लिए कीटनाशक युक्त मच्छरदानी उपलब्ध करवायी गयी है. साथ ही मच्छरों के बचाव के लिए घरों के अंदर कीटनाशक का छिड़काव भी कराया जाता है. मेलरिया प्रभावित क्षेत्रों में कीटनाशक युक्त मच्छरदानी का समुचित प्रयोग एवं आइआरएस की स्वीकार्यता, घर के आसपास में साफ-सफाई रखने, जल जमाव से बचने तथा सभी सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के पास मलेरिया जांच एवं इलाज की निःशुल्क व्यवस्था का लाभ उठाने से संबंधित जनजागरूकता किया जाना आवश्यक है. मौके पर जिला जनसंपर्क पदाधिकारी अंजना भारती, डीपीएम, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मी भी मौजूद थे.
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