परेशानी: माइनिंग विभाग का सर्वर डाउन, ट्रक संचालकों को नहीं मिल रहा माइनिंग चलान
माइनिंग विभाग का सर्वर डाउन होने से ट्रकों के परिचालन पर भी असर पड़ा है. मिली जानकारी के अनुसार पिछले 13 दिनों से माइनिंग विभाग का सर्वर डाउन रहने के कारण माइनिंग चालान निर्गत नहीं हो पा रहा है.
कोयले से लदे 100 से भी ज्यादा ट्रकों का परिचालन ठप, ट्रक संचालकों की परेशानी बढ़ी
प्रतिनिधि, गिरिडीह
माइनिंग विभाग का सर्वर डाउन होने से ट्रकों के परिचालन पर भी असर पड़ा है. मिली जानकारी के अनुसार पिछले 13 दिनों से माइनिंग विभाग का सर्वर डाउन रहने के कारण माइनिंग चालान निर्गत नहीं हो पा रहा है. माइनिंग चालान नहीं रहने के कारण सीसीएल ने भी कोयले का ट्रांसपोर्टिंग चालान देने से इनकार कर दिया है.
स्थिति यह है कि लगभग एक सौ से भी ज्यादा कोयले से लो ट्रक सीसीएल में खड़े हैं. ट्रकों का परिचालन प्रभावित होने के कारण ट्रक संचालक परेशान हैं. 12-13 दिनों से ट्रक खडो हैं. ट्रक संचालकों को ट्रक में कार्यरत ड्राइवर और खलासी को बैठाकर उन्हें भुगतान करना पड़ रहा है.कोयला मंडी पर भी पड़ा है असर
ट्रकों का परिचालन ठप होने से कई पावर प्लांट के साथ-साथ कोयला मंडी पर भी असर पड़ा है. कई पावर प्लांट ऐसे हैं जो सीसीएल के रोड सेल के माध्यम से कोयला प्राप्त करते हैं और तब पावर प्लांट का संचालन हो पाता है. लगभग 30 से 35 प्रतिशत रोड सेल प्रभावित हुआ है. इसके अलावा कोयले की मंडी में भी बड़े पैमाने पर गिरिडीह सीसीएल का कोयला खपता है. लेकिन पिछले 10-12 दिनों से गिरिडीह सीसीएल का कोयला बिहार और उत्तर प्रदेश के कोयला मंडियों में नहीं पहुंच पा रहा है.माइनिंग विभाग की लापरवाही उजागर: ट्रक एसोसिएशन
गिरिडीह जिला ट्रक ऑनर एसोसिएशन व आजसू पार्टी के कार्यकारी जिलाध्यक्ष कंपू यादव का कहना है कि ऐसी स्थिति माइनिंग विभाग की लापरवाही के कारण हो रही है. और 13 से भी ज्यादा दिनों तक सर्वर डाउन रहने के बाद भी उनकी शिकायतें नहीं सुनी जा रही है. उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार और प्रशासन को हस्तक्षेप करना चाहिए. बताया कि कई ट्रक संचालक लोन पर ट्रक लिए हुए हैं और उन्हें प्रत्येक माह बैंक का किस्त भरना पड़ता है. परिचालन प्रभावित होने के कारण उन्हें किस्त भरने में भी समस्या उत्पन्न होगी. बताया कि माइनिंग चालान नहीं रहने के कारण सीसीएल ने ट्रांसपोर्टिंग चलान देने से इनकार कर दिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है