वीर बाल दिवस के अवसर पर जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन की सहयोगी संगठन बनवासी विकास आश्रम गिरिडीह ने अगदोनीकला पंचायत भवन में शनिवार को कार्यक्रम का आयोजन किया. अध्यक्षता मुखिया मनोज पासी ने की. कार्यक्रम में सीडब्ल्यूसी गिरिडीह के मुकेश कुमार ने गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह के बलिदान पर विस्तृत रूप से चर्चा किया. मुखिया मनोज पासी ने कहा कि शिक्षा से ही बदलाव का एक अहम माध्यम है. समाज में बदलाव लाने के लिए बेटियों को शिक्षित व सशक्त बनाना होगा. बच्चों ने निबंध लेखन, वाचन प्रतियोगिता में भाग लिया. सफल बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया. मौके पर सामुदायिक कार्यकर्ता उत्तम सिंह, वार्ड सदस्य पवन कुमार, सेविका सरिता दास, बसंती देवी, उप मुखिया महेश कुमार, वार्ड सदस्य महादेव दास आदि मौजूद थे.
गुरुद्वारा संगत ने दी श्रद्धांजलि
गुरुद्वारा संगत सरिया में वीर बाल दिवस मनाया गया. इस दौरान सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह के शहीद पुत्रों को याद किया गया, जिन्होंने धर्म की रक्षा करते हुए प्राणों की आहुति दे दी. लोगों ने उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. गुरुद्वारा संगत के प्रधान मनोहर सिंह बग्गा ने गुरु गोविंद सिंह के दो पुत्रों जोरावर सिंह व बाबा फतेह सिंह को दीवार में जिंदा चुनवा दिया और दो को मौत के घाट उतार दिया. गुरु गोविंद सिंह के चारों पुत्रों की शहीदी पर समाज के लोग 21 से 27 दिसंबर तक वीर बाल दिवस मनाते हैं. गुरु पुत्रों का यह बलिदान सत्य व धर्म के मार्ग को प्रशस्त करता है. कार्यक्रम के बाद गुरु ग्रंथ साहब के पाठ व अरदास हुआ. मौके पर मनोहर सिंह बग्गा, अमरजीत सिंह, रामपति प्रसाद, अवध किशोर पांडेय, सचिंद्र सिंह, अजय सलूजा, सैंकी सलूजा, विनोद ठाकुर आदि थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है