दम तोड़ने लगी है पीरटांड़-मधुबन पेयजलापूर्ति योजना
बराकर नदी के सूखने के कारण लगभग एक हजार से अधिक आबादी की प्यास बुझाने वाली पीरटांड़ मधुबन पेयजलापूर्ति योजना भी अब दम तोड़ने लगी है.
पीरटांड़
. भीषण गर्मी में बढ़ते जलसंकट ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. बराकर नदी के सूखने के कारण लगभग एक हजार से अधिक आबादी की प्यास बुझाने वाली पीरटांड़ मधुबन पेयजलापूर्ति योजना भी अब दम तोड़ने लगी है. विदित हो कि बराकर नदी से मधुबन एवं चिरकी में जलापूर्ति होती है. इस चिरकी मधुबन पेयजलापूर्ति योजना से सम्मेद शिखर मधुबन एवं चिरकी के लोगों की प्यास बुझती है. भीषण गर्मी के कारण बराकर नदी का जलस्तर भी एकदम नीचे खिसक गया है.जल स्तर खिसका नीचे, घंटे भर भी नहीं चलता पानी :
ग्रामीणों ने बताया कि बराकर नदी का जलस्तर नीचे खिसक जाने से दिन भर में कुछ घंटा भी मोटर नहीं चल पाता है. फलत: लगभग एक हज़ार से अधिक लोगों की समस्याएं बढ़ गयी हैं.इंटेक वेल में जमा बालू भी बड़ी समस्या :
इधर, बराकर स्थित इंटेक वेल में बालू बहुत अधिक भर जाने से भी जलापूर्ति में समस्या उत्पन्न हो रही है. बराकर नदी इस बार पूरी तरह सूखा दिखाई पड़ रहा है. सालों भर भरी रहने वाली नदी की धार भी इस बार थम सी गयी है. कई जगहों पर तो पानी का बहाव बिल्कुल ही बंद है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है