डीएसडी की लचर व्यवस्था से अनियमित हो गया राशन उठाव व वितरण

जमुआ प्रखंड में जनवितरण प्रणाली की व्यवस्था बद से बदतर हो गयी है. डोर स्टेप डिलेवरी (डीएसडी) की लचर व्यवस्था के कारण बीते एक माह में जमुआ जेएसएफसी गोदाम से नियमित रूप से खाद्यान्न का उठाव नहीं हो पा रहा है और ना ही डीलर के दुकान तक अनाज पहुंच रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 27, 2024 10:49 PM

मई माह में अभी तक मात्र 14.44 प्रतिशत अनाज का हुआ उठाव, जविप्र विक्रेता व कार्डधारी के बीच बढ़ रही झड़प की घटना

आवंटन 12,686 क्विंटल के विरुद्ध मात्र 1832 क्विंटल अनाज का हुआ है उठाव

सुनील वर्मा, जमुआ.

जमुआ प्रखंड में जनवितरण प्रणाली की व्यवस्था बद से बदतर हो गयी है. डोर स्टेप डिलेवरी (डीएसडी) की लचर व्यवस्था के कारण बीते एक माह में जमुआ जेएसएफसी गोदाम से नियमित रूप से खाद्यान्न का उठाव नहीं हो पा रहा है और ना ही डीलर के दुकान तक अनाज पहुंच रहा है. डीएसडी की अनियमित कार्यशैली का खामियाजा गांव में जविप्र दुकानदार भुगत रहे हैं. जानकारी के अनुसार 42 पंचायत वाले जमुआ प्रखंड के 217 जनवितरण प्रणाली दुकान में डीएसडी संचालक के माध्यम से राशन भेजा जाता है. लेकिन समय पर राशन नहीं पहुंचने से जविप्र दुकानदार व कार्डधारी परेशान हैं. स्थित यह है कि मई माह में आवंटन 12,686 क्विंटल के विरुद्ध मात्र 1832 क्विंटल अनाज का उठाव हुआ है, जाे आवंटन के विरुद्ध 14.44 प्रतिशत है. बता दें कि जमुआ में जनवितरण प्रणाली की लचर व्यवस्था को लेकर विभिन्न राजनीतिक दल व सामाजिक संगठन ने धरना-प्रदर्शन किया, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ. इतना ही नहीं जमुआ में एमओ-एजीएम व डीएसडी की आपसी लड़ाई में कार्डधारियों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. सवाल उठ रहा है कि मई माह के 27 दिन में महज 14.44 प्रतिशत अनाज उठाव करने वाले डोर स्टेप डिलेवरी के संचालक बाकी के चार दिन में 85.56 प्रतिशत अनाज का उठाव कैसे करेंगे. जविप्र दुकानदारों की मानें तो मई के अंतिम दिन तक सभी डीलर के दुकान तक खाद्यान्न पहुंचाना डोर स्टेप डिलेवरी के लिए टेढ़ी खीर है. झारखंड यूथ फोर्स ने दिया था धरनाजमुआ में राशन वितरण एवं डीएसडी द्वारा उठाव में मनमानी के विरोध में 28 फरवरी को झारखंड यूथ फोर्स ने जमुआ प्रखंड मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया था. यह धरना एक पखवारा तक चला था. बाद में गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी, एमओ, एजीएम के साथ वार्ता कर धरना समाप्त कराया था.

क्या कहते हैं एजीएमएजीएम देव दयाल रजवार ने कहा कि जमुआ में डीएसडी की मनमानी को लेकर डीएसओ गिरिडीह व जमुआ एमओ को पत्र निर्गत किया गया है. उन्होंने ने कहा कि 11 मई 2024 को उन्होंने पत्र लिखकर कहा है कि डीएसडी मनमानी कर रहा है. डीएसडी वे 16.4.2024 से 23 .4.2024 तक 28 .4 .2024 से 30.4.2024 तक तथा 4.5.2024 व 5.5.2024 तक अपना वाहन नहीं लगाया है. इसके बाद भी एक डीएसओ कार्यालय भेजकर डीएसडी की मनमानी का जिक्र किया है.

डीलर संघ करेगा आंदोलनडीलर संघ के अध्यक्ष लक्ष्मण महतो, सचिव मो. नेजामउदीन समेत डीलर पवन सिंह, भरतलाल मोदी, मो. मंसूर आलम आदि ने कहा कि जमुआ में डीएसडी मनमानी कर रहा है. इसके कारण हम लोगों को समय पर राशन नहीं मिल पा रहा है. आवंटन के अभाव में गांव में डीलर व कार्डधारकों के बीच विवाद होने लगा है. कहा कि यदि डीएसडी संवेदक अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं लाते हैं, तो आचार संहिता समाप्त होने के बाद संघ आंदोलन को बाध्य होगा.

डीएसडी की मनमानी के विरुद्ध मिला है पत्र – डीएसओजिला आपूर्ति पदाधिकारी गुलाम समदानी ने कहा कि जमुआ एजीएम का डीएसडी की मनमानी को लेकर लिखा पत्र मिला है. कहा कि डीएसडी राशन उठाव करने के लापरवाही बरत रहा है. डीएसडी को सोमवार से जमुआ जेएसएफसी गोदाम में वाहन लगाकर राशन उठाव का निर्देश दिया गया है. उन्होंने सभी डीलर को निर्देश दिया है जिस पीडीएस दुकान में राशन पहुंच गया, वह कार्डधारियों के बीच राशन वितरण करे.

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