गैरमजरुआ जमीन की लूट को रोकना विभाग के लिए चुनौती

बेंगाबाद में एनएच मुख्य मार्ग बनने के बाद सड़क किनारे की सरकारी जमीन पर भूमाफियाओं की गिद्ध दृष्टि लग गयी है. सरकारी जमीन को अतिक्रमण कर कब्जे में करने के बाद उसकी बिक्री भी की जा रही है. बिना कागजात के जमीन को कब्जा दिखाकर औने-पौने दामों में उसे बेचने में माफिया जुटे हुए हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 2, 2024 12:26 AM

बेंगाबाद. बेंगाबाद में एनएच मुख्य मार्ग बनने के बाद सड़क किनारे की सरकारी जमीन पर भूमाफियाओं की गिद्ध दृष्टि लग गयी है. सरकारी जमीन को अतिक्रमण कर कब्जे में करने के बाद उसकी बिक्री भी की जा रही है. बिना कागजात के जमीन को कब्जा दिखाकर औने-पौने दामों में उसे बेचने में माफिया जुटे हुए हैं. विभागीय स्तर से उदासीनता व कार्रवाई नहीं होने से भू-माफियाओं का मनोबल बढ़ता जा रहा है. शीघ्र विभाग हरकत में आकर कब्जा मुक्त करने की कार्रवाई नहीं करती है तो बेंगाबाद में सरकारी जमीन कागजों में ही सिमट कर रह जाएगी. वहीं मकान का निर्माण हो जाने के बाद विभाग को अतिक्रमण हटाने में भारी दबाव व मुसीबत का भी सामना करना पड़ेगा.

इन स्थानों पर हो रहा कब्जा

बेंगाबाद के सोनबाद पंचायत के भलसुमिया, करणपुरा, दूधीटांड, बेंगाबाद, फिटकोरिया, चपवाडीह, डुमरजोर करमजोरा भंडारीडीह सहित अन्य स्थानों पर सरकारी जमीन पर धड़ल्ले से कब्जा किया जा रहा है. भलसूमिया में गैरमजरुआ जमीन के बड़े हिस्से पर कब्जा कर मकान व प्रतिष्ठान बना लिए गए हैं. बेंगाबाद में प्रखंड सह अंचल कार्यालय के सामने की विशाल जीएम लैंड पर भी अतिक्रमण किया जा चुका है. डुमरजोर के अलावा करमजोरा में जीएम लैंड की प्लॉटिंग कर बिक्री की जा रही है. इसमें भूमाफियाओं की सक्रियता इस कदर हावी है, कि विभागीय अधिकारी जांच के आगे बढ़ नहीं पा रहे हैं. वहीं लंबे समय से जमे राजस्व कर्मचारी का भी लाभ भूमाफिया खूब उठा रहे हैं.

नोटिस थमाकर चुप्पी साधे हुए है विभाग

सरकारी जमीन पर अतिक्रमण की सूचना पर अंचल विभाग हरकत में आती है. कई बार मापी के बाद राजस्व कर्मचारी के माध्यम से अतिक्रमण कारियों को नोटिस भी थमायी गयी. लेकिन, इसका कोई लाभ नहीं हुआ. नोटिस का जवाब नहीं देने के बाद विभाग को उसकी रिपोर्ट भी सौंप दी गयी. लेकिन, अतिक्रमण हटाने की दिशा में कोई ठोस पहल नहीं हो पायी. वहीं कई स्थानों पर रैयती जमीन की आड़ में सरकारी भूमि पर कब्जा जमाने की भी जानकारी विभाग को मिली है. हाल में अंचल अधिकारी प्रियंका प्रियदर्शी ने भंडारीडीह में अतिक्रमण की गई 10 से 15 एकड़ सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए स्थल निरीक्षण भी किया है. विभाग की कछुआ चाल का लाभ अतिक्रमण कारी खूब उठा रहे हैं. इस संबंध में अंचल निरीक्षक अशोक कुमार दास ने कहा कि जहां-जहां से जानकारी मिल रही है नोटिस थमाकर वरीय अधिकारियों को सूचित किया गया है. स्पष्ट निर्देश मिलने के बाद ही कुछ किया जा सकता है.

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