मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का लाभ लेने के लिए रविवार को दूसरे दिन भी शहरी क्षेत्र से लेकर पंचायत स्तर पर आयोजित शिविरों में महिलाओं की भीड़ उमड़ी. सुबह दस बजे से ही लाभुक फॉर्म समेत तमाम दस्तावेज को लेकर शिविर पहुंचीं. शिविर में कंप्यूटर ऑपरेटर ने आवेदन को ऑनलाइन सबमिट करने की कोशिश की, लेकिन दूसरे दिन भी सर्वर स्लो रहने के कारण फार्म सबमिट नहीं हो रहा था. लिहाजा लाभुकों को पावती नहीं मिला. इससे लाभुकों में निराशा दिखी. नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत विवाह भवन में काफी संख्या में लाभुक पहुंची थी. वह ऑनलाईन फॉर्म भरे जाने का इंतजार में काफी देर तक बैठी रहीं. बार-बार प्रयास के बाद भी जब आवेदन ऑनलाइन नहीं होने पर महिलाओं नाराजगी व्यक्त की. इस बाबत कंप्यूटर ऑपरेटर का कहना था कि सर्वर आज भी काफी स्लो है, लिहाजा ऑनलाइन में परेशानी हो रही है.
वंचित लाभुकों का उत्थान सरकार व जिला प्रशासन की प्राथमिकता
इधर जिला जनसंपर्क कार्यालय वे प्रेस विज्ञप्ति जारी योजना का महत्व बताया. कहा गया कि वंचित लाभुकों का उत्थान सरकार व जिला प्रशासन की प्राथमिकता. मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना का उद्देश्य पूर्ण हो, इसके लिए प्रशासन सकारात्मक पहल कर रही है. झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का जिले के सभी महिलाएं-बहनों को लाभ दिलाने के लिए प्रखंडों के पंचायत व गांवों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों के सभी वार्डों में शिविर का लगाया जा रहा है. योजना के माध्यम से हर जरूरतमंद को लाभान्वित करने का उद्देश्य है. इस योजना के तहत 21 से 50 वर्ष की महिलाओं को योजना अंतर्गत प्रतिमाह एक हजार की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी. प्रत्येक माह की 15 तारीख तक सरकार बहनों के एकल लिंक्ड बैंक खाते में राशि क्रेडिट करेगी. योजना से लाभुकों को जोड़ने के लिए 10 अगस्त तक पंचायत स्तरीय शिविरों का आयोजन होगा.
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