झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद की ओर से शुक्रवार को श्री दुर्गा माता शिशु विद्या मंदिर मोहनपुर के प्रांगण में पर्यावरणीय लोक सुनवाई का आयोजन किया गया. लोक सुनवाई की अध्यक्षता गिरिडीह के अपर समाहर्ता विजय सिंह बिरुआ ने की. लोक सुनवाई में झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के पर्यावरण अभियंता सह शाखा प्रमुख आशुतोष, झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद क्षेत्रीय कार्यालय हजारीबाग के क्षेत्रीय पदाधिकारी जितेन्द्र प्रसाद सिंह, मोंगिया पावर प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन गुणवंत सिंह मोंगिया, निदेशक हरेंद्र सिंह मोंगिया मौजूद थे. बताया गया कि चतरो मौजा में एक स्पंज आयरन के फैक्ट्री की उत्पादन क्षमता प्रतिवर्ष 33 हज़ार टन से दो लाख 64 हजार प्रति वर्ष करना प्रस्तावित है. एक लाख 98 हज़ार टन प्रतिवर्ष बिलेट उत्पादन के लिए इंडक्शन फर्नेश, री-हीटिंग फर्नेश, रोलिंग मिल और 25 मेगावाट का कैप्टिव पावर प्लांट लगाना प्रस्तावित है. लोक सुनवाई में स्थानीय लोगों ने भी अपनी-अपनी बातें रखी. स्थानीय लोगों का कहना था की प्रदूषण नियंत्रण को लेकर कोई कदम नहीं उठाया जाता है. ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व से कई फैक्ट्रियां इसी इलाके में लगी हुई है जो प्रदूषण फैल रही है और इससे लोग बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. ऐसे में इस इलाके में प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियां लगाने की इजाजत नहीं दी जाएगी. ग्रामीणों के विरोध को देखते अधिकारियों ने जनसुनवाई को स्थगित कर देने की घोषणा कर दी.
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