बेंगाबाद.
डीएफओ प्रवेश अग्रवाल के नेतृत्व में शुक्रवार को बेंगाबाद की मानजोरी पंचायत के चकरदहा गांव में संचालित दो अवैध आरा मिलों में छापेमारी की गयी. छापेमारी इतनी गुप्त तरीके से की गई कि आरा मिल संचालकों को इसकी भनक तक नहीं लगी.विभागीय अधिकारियों ने दोनों आरा मिलों को ध्वस्त करते हुए वहां से एक लाख रुपये मूल्य की कीमती लड़कियों को जब्त कर रेंज कार्यालय ले आये. संचालकों की पहचान कर प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया में विभाग जुटी हुई है. बताया जाता है कि डीएफओ को सूचना मिली थी कि चकरदहा गांव में दो स्थानों पर अवैध तरीके से आरा मिल का संचालन किया जा रहा है. सूचना मिलने के बाद काफी गुप्त रूप से टीम गठित की गयी, ताकि धंधेबाजों को सतर्क होने का अवसर नहीं मिल सके. वहीं, वन विभाग के कर्मियों को भी अभियान की जानकारी नहीं दी गयी. अचानक शुक्रवार की सुबह बेंगाबाद पुलिस के साथ वनकर्मी चकरदहा गांव पहुंचे. पुलिस बल को देखकर संचालक वहां से भाग खड़े हुए. टीम ने जेसीबी मशीन से दोनों आरा मिलों को उखाड़ कर लकड़ी जब्त कर ली. डीएफओ प्रवेश अग्रवाल ने कहा कि दो आरा मिलों में कार्रवाई हुई है. यहां से मशीन के साथ लकड़ी जब्त कर रेंज कार्यालय लाया गया है. इधर, विभागीय कार्रवाई की भनक से क्षेत्र में संचालित अन्य आरा मिल संचालकों में हड़कंप मच गया और वे मशीनों को खोलने में जुट गय हैं. टीम में रेंजर सुरेश रजक, वनपाल दिवाकर तांती, वनरक्षी पप्पू शर्मा, छोटू दास, रोहित पंडित, संदीप मिश्र, शक्ति मंडल, बिनोद कुमार, बबीता कुमारी, आशीष रंजन, दाऊद आलम, रंजन शर्मा, दीपक दास आदि शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है