क्या कहते हैं वैज्ञानिक
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ पंकज सेठ का कहना है कि बारिश से ज्यादा नुकसान धान और आलू की फसल को होगी. बताया जो धान खेत में गिर गया है और कटाई कर खेत में पड़ा है उसके झड़ने की संभावना बारिश ने बढा दी है. उन्होंने किसानों को खेत में पानी जमा नहीं होने देने की सलाह देते हुए कटाई की गयी धान को मेड़ पर रखने की सलाह दी है. वहीं, खलिहान में ऊंचे स्थान पर ढककर धान रखने की सलाह दी है ताकि पानी धान के बंडल में ना घुस पाये. उन्होंने बताया कि आलू की फसल में इस मौसम में पाला का संकट है ऐसे में किसान फसल के आसपास धुंआ का प्रबंध करें इससे नुकसान कम होगा. कहा हालांकि पानी दो दिन की है ऐसे में ज्यादा नुकसान नहीं होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है