Giridih News : सीसीएल गिरिडीह कोलियरी अंतर्गत ओपेनकास्ट परियोजना में कोयला का उत्पादन शुरू नहीं करा पाने का काफी मलाल है. वह चाहते थे कि उनके कार्यकाल में यहां से कोयला का उत्पादन शुरू हो जाये, ताकि गिरिडीह कोलियरी को विकास की पटरी पर लाया जा सके. ये बातें गिरिडीह एरिया के महाप्रबंधक बासब चौधरी ने शुक्रवार को अपने कार्यकाल के अंतिम दिन प्रभात खबर से बातचीत करते हुए कही. श्री चौधरी 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हो गये. उन्होंने कहा कि ओपेनकास्ट परियोजना अप्रैल में चालू हो जायेगी. इसके लिए नगर विकास एवं आवास विभाग मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, राज्यसभा सदस्य डॉ सरफराज अहमद, गांडेय विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन, गिरिडीह डीसी नमन प्रियेश लकड़ा एवं डीएफओ का सहयोग रहा है.
ओसीपी के बंद रहने से अवैध माइंस का हो रहा संचालन :
श्री चौधरी ने बताया कि ओसीपी के लिए सीटीई अप्लाई की गयी है. सीटीई मिलने के बाद सीटीओ के लिए अप्लाई की जायेगी. उन्होंने कहा कि ओसीपी के बंद रहने से उक्त स्थल पर अवैध माइंस का संचालन हो रहा है.सेवानिवृत्त कर्मचारियों किया गया सम्मानित :
शुक्रवार को गिरिडीह कोलियरी के आधा दर्जन से अधिक कर्मचारी सेवानिवृत्त हो गये. जीएम कार्यालय के सभागार में सेवानिवृत्त कर्मचारी अमीन अंसारी, टुपलाल साव, रउफ, इस्लाम, सद्दीक अंसारी, लक्ष्मण हजाम को विदाई दी गयी. मौके पर जीएम श्री चौधरी ने सबों के सुखमय भविष्य की कामना की. मौके पर पीओ जीएस मीणा, कार्मिक विभाग के डिप्टी मैनेजर सुप्रिया भारती, डॉ परिमल सिन्हा, डॉ अनुराग, मो. ताजुद्दीन, ऋषिकेश मिश्रा, अशोक दास, मो. मंजूर, मो. मुज्जफर, रंजन सिन्हा आदि मौजूद थे.ट्रेड यूनियन के नेताओं ने किया बुके व शॉल भेंट :
राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के अध्यक्ष सह कांग्रेस के प्रदेश सचिव ऋषिकेश मिश्रा सहित कई ट्रेड यूनियन के नेताओं ने सीसीएल गिरिडीह क्षेत्र के महाप्रबंधक बासब चौधरी की सेवानिवृत्ति पर उन्हें शॉल, बुक व पुष्प गुच्छ भेंट किया. मौके पर अजीत कुमार, इकबाल अंसारी, मो. दानिश अहमद, मो. ताजुद्दीन अंसारी, अमित यादव, अशोक दास आदि मौजूद थे.पर्यावरण सुरक्षा व अनुशासन का पढ़ाया पाठ :
शुक्रवार को डीएवी पब्लिक स्कूल सीसीएल गिरिडीह के प्रांगण में संयुक्त प्रातः कालीन विशेष सभा आयोजित की गयी. सभा में महाप्रबंधक सह एलएमसी अध्यक्ष बासब चौधरी ने अपने सेवानिवृत्ति के दिन बच्चों के बीच कुछ समय बिताया. अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने पर्यावरण सुरक्षा, रक्तदान और अनुशासन पर विशेष बल दिया. वहीं राष्ट्रीय साइक्लिस्ट संतोष कुमार मिश्रा ने बच्चों को बताया कि अनुशासन ही सड़क सुरक्षा के बचाव का एक सशक्त हथियार है. इसके पालन से हम सड़कों दुर्घटनाओं को रोक सकते हैं. मौके पर शिक्षिका शबाना रब्बानी, विश्वनाथ घोषाल, शाश्वती मुखर्जी, काकोली शाह, कैलाश सेठ सहित कई शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है