Giridih News: दसलक्षण पर्व के दूसरे दिन पूरी की गयीं कई धार्मिक विधियां
Giridih News: दस दिनों तक जैन अनुयायी आत्मकल्याण के मार्ग पर धर्मों का पालन कर रहे हैं. साधु संतों के वाणी को आत्मसात करने में लगे हैं. जैन परंपरा अनुसार पहले दिन से लगातार उत्तम क्षमा, उत्तम मार्दव, उत्तम आर्जव, उत्तम शौच, उत्तम सत्य, उत्तम संयम, उत्तम तप, उत्तम त्याग, उत्तम आकिंचन तथा उत्तम ब्रह्मचर्य का पालन किया जायेगा.
मधुबन में दसलक्षण के अवसर पर तीर्थ यात्रियों का जुटान हो गया. चहुंओर गगनभेदी मंत्रोच्चारण के साथ धार्मिक विधियां पूरी की जा रही हैं. सोमवार को भी दसलक्षण के दूसरे दिन धार्मिक विधियां पूरी की गयी. बता दें कि दिगम्बर परंपरा अनुसार दसलक्षण महापर्व चल रहा है. दसलक्षण महापर्व में प्रतिदिन पूजा आराधना साधु संतों के सानिध्य में धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है. दस दिनों तक जैन अनुयायी आत्मकल्याण के मार्ग पर धर्मों का पालन कर रहे हैं. साधु संतों के वाणी को आत्मसात करने में लगे हैं. जैन परंपरा अनुसार पहले दिन से लगातार उत्तम क्षमा, उत्तम मार्दव, उत्तम आर्जव, उत्तम शौच, उत्तम सत्य, उत्तम संयम, उत्तम तप, उत्तम त्याग, उत्तम आकिंचन तथा उत्तम ब्रह्मचर्य का पालन किया जायेगा. दसलक्षण पर्व के समाप्ति पर क्षमावाणी दिवस के रूप में मनाया जायेगा. दसलक्षण महापर्व के मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं का जुटान हुआ है. श्रद्धालु धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होकर आत्मकल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं. मधुबन के शांति धाम, मध्यलोक सहित विभिन्न मंदिरों में धार्मिक विधियां पूरी की जा रही है.
दसलक्षण पर्व के दूसरे दिन पूरी की गयीं कई धार्मिक विधियां
मधुबन में दसलक्षण के अवसर पर तीर्थ यात्रियों का जुटान हो गया. चहुंओर गगनभेदी मंत्रोच्चारण के साथ धार्मिक विधियां पूरी की जा रही हैं. सोमवार को भी दसलक्षण के दूसरे दिन धार्मिक विधियां पूरी की गयी. बता दें कि दिगम्बर परंपरा अनुसार दसलक्षण महापर्व चल रहा है. दसलक्षण महापर्व में प्रतिदिन पूजा आराधना साधु संतों के सानिध्य में धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है. दस दिनों तक जैन अनुयायी आत्मकल्याण के मार्ग पर धर्मों का पालन कर रहे हैं. साधु संतों के वाणी को आत्मसात करने में लगे हैं. जैन परंपरा अनुसार पहले दिन से लगातार उत्तम क्षमा, उत्तम मार्दव, उत्तम आर्जव, उत्तम शौच, उत्तम सत्य, उत्तम संयम, उत्तम तप, उत्तम त्याग, उत्तम आकिंचन तथा उत्तम ब्रह्मचर्य का पालन किया जायेगा. दसलक्षण पर्व के समाप्ति पर क्षमावाणी दिवस के रूप में मनाया जायेगा. दसलक्षण महापर्व के मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं का जुटान हुआ है. श्रद्धालु धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होकर आत्मकल्याण का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं. मधुबन के शांति धाम, मध्यलोक सहित विभिन्न मंदिरों में धार्मिक विधियां पूरी की जा रही है.
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