डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू, योजना को मूर्त्त रूप देने को ले गंभीर हैं नगर विकास मंत्रीगिरिडीह शहरवासियों की बहुप्रतीक्षित उसरी नदी के किनारे रिवर फ्रंट निर्माण की मांग अब जल्द ही सार्थक रूप लेने वाली है. रिवर फ्रंट निर्माण को लेकर डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है.
महत्वाकांक्षी योजना के माध्यम से एक ओर जहां उसरी नदी के किनारे के हिस्से का सौंदर्यीकरण होगा वहीं अतिक्रमण भी रुकेगा. शहर के लोगों को कई सुविधाएं भी मिलेगी. लोग सुबह और शाम उसरी नदी के तट पर सुकून से वक्त बिता पायेंगे. नये वित्तीय वर्ष में इस योजना के क्रियान्वयन की प्रबल संभावना है. इस दिशा में गिरिडीह विधायक सह नगर विकास व आवास विभाग मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू काफी गंभीर हैं. उन्हीं के प्रयास से उसरी नदी के किनारे रिवर फ्रंट निर्माण के लिए डीपीआर बनाने के लिए कंस्लटेंट की टीम कार्यस्थल का दौरा कर चुकी है.रिवर फ्रंट का पहला पैच अरगाघाट से सिरसिया पुल तक बनाने की योजना
शहरी क्षेत्र के लोगों के लिए यह नयी योजना एक बड़ी सौगात होगी. उसरी नदी के किनारे खाली हिस्से में इस योजना को मूर्त्त रूप देना है. नगर निगम सूत्रों के मुताबिक रिवर फ्रंट का पहला पैच अरगाघाट से लेकर सिरसिया पुल तक बनाने की योजना है. डीपीआर बनाने वाली समर्थ इंफ्रा की कंस्लटेंट की टीम नगर विकास मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू के साथ इस इलाके का दौरा कर चुकी है. तकनीकी टीम सर्वे का काम जल्द शुरू करेगा. इस योजना के तहत सौंदर्यीकरण, टहलने की सुविधा, जिम, उद्यान, शौचालय, फूड बोर्ड, बैठने का स्थल, प्रकाश व्यवस्था, आर्टिकल्चर आदि की सुविधा होगी. शहरवासी सुबह और शाम को यहां पर टहलने के साथ शुद्ध वातावरण में बैठकर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकेंगे. बताया गया कि पैच वाइज रिवर फ्रंट का निर्माण करना है. एक पैच में जब रिवर फ्रंट का निर्माण हो जायेगा तो लोग उसकी महत्ता को समझेंगे. तभी इसी महत्वाकांक्षी योजना की अहमियत का पता चलेगा और लोग स्वयं इसे सहेजकर रखना चाहेंगे. चूंकि गिरिडीह के लिए यह एक नया प्रयोग है, लिहाजा इस योजना को लेकर सभी आशा भरी निगाह से देख रहे हैं.रिवर फ्रंट के हैं कई उद्देश्य
रिवर फ्रंट के कई उद्देश्य हैं. इसके तहत नदी के किनारे के क्षेत्र को सुंदर और आकर्षक बनाना, सार्वजनिक उपयोग के लिए एक सुरक्षित और स्वच्छ क्षेत्र प्रदान करना, स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थलों को संरक्षित करना एवं पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण को बढ़ावा देना है. इस उदेश्य की पूर्ति के लिए प्रयास तेज है. अगर यह योजना धरातल पर सफलतापूर्वक उतर जाती है तो उसरी नदी के अन्य हिस्सों में इसका फैलाव किया जायेगा.
उसरी नदी का तट बनेगा दर्शनीय, होगा सौंदर्यीकरण : नगर प्रशासक6 गिरिडीह – 52. नगर प्रशासक प्रशांत कुमार लायकनगर प्रशासक प्रशांत कुमार लायक ने बताया कि उसरी नदी के तट पर रिवर फ्रंट के निर्माण से नदी का लूक दर्शनीय होगा. इस योजना के तहत सौंदर्यीकरण करना है. साथ ही उसरी नदी के अतिक्रमण को रोकना है. नदी के अस्तित्व का बचाना है. योजना को लेकर डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. उन्होंने कहा कि यह योजना नगर निगम में 14 वीं वित्त में पारित किया गया था. परंतु कतिपय कारणों से इसे मूर्त्त रूप प्रदान नहीं किया जा सका. उस वक्त साढ़े तीन करोड़ की प्राक्कलित राशि थी. लेकिन इसमें काफी समय बीत चुका है. अब 16 वीं वित्त का वक्त आ रहा है. ऐसे में रिवर फ्रंट निर्माण की राशि में बढ़ोतरी स्वाभाविक है. उन्होंने बताया कि इस महत्वाकांक्षी योजना को लेकर नगर विकास एवं आवास विभाग मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू काफी गंभीर व प्रयासरत हैं. निश्चित रूप से इस योजना का व्यापक लाभ शहरवासियों को मिलेगा.उसरी नदी के तट पर सुकून का पल बिता पायेंगे शहरवासी : सुदिव्य
15 दिनों के अंदर डीपीआर समर्पित करने का दिया गया है निर्देश6 गिरिडीह – 53. मंत्री सुदिव्य कुमार सोनूनगर विकास व आवास विभाग मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि उसरी नदी के किनारे रिवर फ्रंट बनने से शहरवासी यहां पर सुकून का पल बिता पायेंगे. उन्होंने कहा कि रिवर फ्रंट का पहला पैच अरगाघाट से सिरसिया पुल तक बनेगा. इस योजना के माध्यम से शहरवासियों को नई सौगात मिलेगी. कहा कि शाम के समय लोग यहां पर समय व्यतीत कर पायेंगे. शहरवासियों को परिवार के साथ उसरी नदी के किनारे समय गुजारने का मौका मिलेगा. रिवर फ्रंट में शहरवासियों को अन्य सुविधाओं के अलावे पार्किंग का का फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि शहर में नटराज चौक से लेकर टावर चौक तक दुकान लगती है, जिनके कारण गहमागहमी रहती है. इस पैच को विकसित करने से उनलोगों को भी सुविधा मिलेगी. मंत्री श्री सोनू ने कहा कि डीपीआर बनाने वाली एजेंसी को 15 दिनों में डीपीआर समर्पित करने का निर्देश दिया गया है. कहा कि 15 जनवरी को वह इस पूरे प्रक्रिया का फॉलोअप करेंगे. कहा कि नगर विकास व आवास विभाग से इस योजना को लेकर फंड की व्यवस्था कराना है. वह स्वयं इस विभाग के मंत्री हैं. लिहाफा योजना क्रियान्वयन को लेकर जरूरत के मुताबिक फंड उपलब्ध करायी जायेगी. मंत्री श्री सोनू ने कहा कि रिवर फ्रंट के पहले पैच का निर्माण पहला प्रयोग है. अगर यह सफल रहा तो वनखंजों तक इसे ले जाने पर विचार किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है