बागोडीह दुर्गापूजा पंडाल से निकाला गयी कलश यात्रा, मां कालरात्रि की हुई पूजा
शारदीय नवरात्र पर बागोडीह स्थित दुर्गापूजा पंडाल से गुरुवार की सुबह कलश यात्रा निकाली गयी. यात्रा में 108 महिलाएं कलश लेकर चल रहीं थी. उनके साथ सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु थे. पूजा समिति के सक्रिय सदस्य सचिन कुमार सिंह तथा स्थानीय मुखिया धानेश्वर साव ने बताया कि बागोडीह गांव में वर्ष 2010 से शारदीय दुर्गापूजा सामूहिक रूप से मनायी जा रही है. इस अवसर पर क्षेत्र के हजारों श्रद्धालु यहां पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते हैं. मंदिर प्रांगण से महासप्तमी के दिन भव्य कलश यात्रा से पूजा की शुरुआत होती है. मंदिर के पुजारी ने कालरात्रि की पूजा की. महासप्तमी के अवसर पर रात में भक्तिमय जागरण का आनंद लेने हजारों लोग पहुंचे. कहा कि महाष्टमी के दिन ऑल इंडिया जय माता दी समाज सेवा भंडारा टीम द्वारा आयोजित विशाल भंडारे का प्रसाद पाने के लिए श्रद्धालु उमड़ते हैं. विजयादशमी के दिन जय माता दी खिचड़ी टीम की ओर से महाभोग प्रसाद खिचड़ी वितरण किया जाता है. इसके बाद माता रानी की शोभा यात्रा निकाली जाती है. किस्टो काली दुर्गा मंदिर, रेलवे चिल्ड्रेन पार्क व सार्वजनिक रेलवे दुर्गा पूजा पंडाल में पुजारी ने मां दुर्गा के सातवें रूप कालरात्रि की पूजा के निमित बेलवरण की. ढोल, शंख, घड़ी-घंट जैसे पारंपरिक वाद्य यंत्रों को बजाते हुए लोग जलाशय पहुंचे जहां विधिवत पूजन कर मन बेलवरण को पंडाल में स्थापित किया गया. वहीं, अन्य पूजा पंडालों में भी सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. बाजारों में भी काफी चहल पहल रही. यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने तथा भीड़ को नियंत्रित करने हेतु जगह-जगह सभी चौक-चौराहों पर पर्याप्त पुलिस बल की नियुक्ति की गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है