सीबीआइ ने एफसीआइ के गोदाम में हुई गड़बड़ी के मामले की जांच तेजी से शुरू कर दी है. इसी मामले को लेकर सीबीआइ ने 30 अगस्त को प्राथमिकी दर्ज करने के चार दिनों बाद चार सितंबर को एफसीआइ के गोदाम संचालक रहे रामजी कुमार पांडेय के घर में छापेमारी की थी. छापेमारी में सीबीआइ के अधिकारियों को कई दस्तावेज मिले हैं. गोदाम संचालक और हथालन के संवेदक रामजी पांडेय से हुई पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी सीबीआइ को हाथ लगी है. सूत्रों की मानें तो सीबीआइ की जांच की आंच अब जेएसएफसी के ट्रांसपोर्टर के साथ-साथ अधिकारियों तक भी पहुंच सकती है. जानकारी के अनुसारसरिया में स्थित एफसीआइ गोदाम पीइजी वन से ना सिर्फ गोदाम संचालक के द्वारा सीधे माल की हेराफेरी की जाती थी, बल्कि जेएसएफसी के अधिकारियों और ट्रांसपोर्टर की मिलीभगत से भी अनाज टपाया जाता था.
लंबे अर्से से चल रहा था खेल, सीधे एफसीआई गोदाम से राइस मिलों में भेजा जाता था अनाज
सूत्रों का कहना है कि बिना जेएसएफसी के अधिकारियों और ट्रांसपोर्टर को शामिल किये ही गोदाम के तत्कालीन संचालक रामजी पांडेय ने 2928 क्विंटल अनाज टपाने की कोशिश की थी. इस खेल में एफसीआइ के प्रतिनियुक्त कर्मियों को भी शामिल नहीं किया गया था. बताया जाता है कि एफसीआइ से जब आवंटित अनाज जेएसएफसी को भेजा जाता था और गोदाम से ट्रकें निकलती थी तो एफसीआइ के प्रतिनियुक्त कर्मी भी उसकी निगरानी करते थे. लेकिन 29 व 30 जून, 2023 को ये कर्मी भी वहां तैनात नहीं थे. इसका लाभ उठाते हुए गोदाम के तत्कालीन संचालक ने अनाज की हेराफेरी कर दी. जानकारों का कहना है कि एफसीआइ के गोदामों से लंबे समय से अनाज को निकालकर सीधे कालाबाजार में बेच दिया जाता था. गोदाम जीटी रोड से काफी पास रहने के कारण अनाज माफियाओं को इसमें दिक्कत नहीं होती थी. गोदाम से अनाज ट्रकों पर लोड कर सीधे जीटी रोड से बंगाल और गोविंदपुर स्थित राइस मिल में खपा दिया जाता था. कई बार ग्रामीणों ने इस मामले का खुलासा भी किया. लेकिन, अधिकारी कार्रवाई करने से कतराते थे. मालूम रहे कि 24 अगस्त 2022 को अनाज टपाते हुए एक ट्रक को रंगे हाथ पकड़ लिया. ग्रामीणों ने इसकी वीडियो रिकार्डिंग भी करवायी और ट्रक को हरिहरपुर धनबाद थाना की पुलिस को सौंपा गया. लेकिन, इस मामले रो रफा-दफा कर दिया गया.
फर्जी गेट पास व अनाज निर्गत पंजी में गलत इंट्री कर टपाया जाता था अनाज
एफसीआई के गोदाम से अनाज निकालने के लिए अनाज निर्गत पंजी में गलत इंट्री की जाती थी. साथ ही फर्जी गेट पास भी तैयार किया जाता था. यह खेल एक संगठित गिरोह के माध्यम से किया जाता था. ग्रामीणों ने जिस ट्रक को पकड़ कर पुलिस को सौंपा था, जब उसके गेट पास की जांच की गयी, तो वह फर्जी पाया गया. अनाज निर्गत पंजी में भी फर्जी इंट्री की बात सामने आयी थी. सूत्रों ने बताया कि इसी प्रकार जेएसएफसी के अधिकारी, ट्रांसपोर्टर, एफसीआइ के प्रतिनियुक्त कर्मी और गोदाम के संचालक की मिलीभगत से भी लंबे अर्से से अनाज की हेराफेरी हो रही थी. सूत्रों का कहना है कि जब जेएसएफसी द्वारा डीलरों को सिर्फ कागजों पर अनाज का अदान-प्रदान करने की प्रक्रिया जिले में पूरी कर ली जाती थी तो एक सुनियोजित तरीके से जेएसएफसी के रिलीज ऑर्डर पर अनाज का उठाव कर लिया जाता था और उसे सीधे कालाबाजार में खपा दिया जाता था. यानि पीडीएस से गरीबों को मिलने वाला अनाज का अदान-प्रदान सिर्फ कागजों पर होता था. सूत्रों के अनुसार जिले में जेएसएफसी के गोदामों के साथ-साथ एफसीआइ के गोदाम से भी अनाज कालाबाजार में भेजा जाता था. इन तथ्यों की जानकारी सीबीआइ के अधिकारियों को भी मिल गयी है. इस खेल में शामिल खिलाड़ियों को चिह्नित करने का काम भी सीबीआइ कर रही है.
डहुआटांड़ के लाभुकों को 10 महीनों से नहीं मिला पीडीएस का राशन
प्रखंड अंतर्गत डहुआटांड़ के पीडीएस कार्डधारकों को पिछले 10 महीनों से राशन नहीं मिला है. राशन नहीं मिलने से उनकी स्थिति काफी दयनीय है. उक्त बातें पूर्व जिप सदस्य राजेश यादव ने विशेष जन संपर्क अभियान के क्रम में गुरुवार को गरीब राशन कार्डधारकों के साथ बैठक के बाद कही. कहा कि पूर्व से भी इनके राशन वितरण में गड़बड़ी होती रही है. इसके कारण डीलर बदला गया, लेकिन स्थिति कुछ खास नहीं सुधरी. कार्डधारी अब तो नये और पुराने दोनों ही डीलर राशन नहीं आने की बात कर रहे हैं. कहा कि रंजू देवी, कटी हेंब्रम, सिबिया देवी, गुलाबी कार्ड, सावित्री देवी, रंभा देवी, तारो देवी, होलोदी देवी, धनी देवी, लिलमुनी देवी, बिशनी देवी, उर्मिला देवी, सावित्री देवी, कौशल्या देवी, सोनामुनी देवी सहित कई कार्डधारियों को 10महीनों से राशन नहीं मिल रहा है.उन्होंने प्रशासन से अविलंब इसका संज्ञान लेकर गरीब परिवारों का बाधित राशन वितरण शुरू कराने की मांग की. कहा कि राशन वितरण नहीं हुआ, तो वह वंचित परिवार के साथ आंदोलन शुरू कर देंगे. मौके पर आफताब अंसारी, मनोज यादव, निरंजन सिंह, छत्रण राउत, फागू मुर्मू, मोतीलाल हेंब्रम आदि थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है