हिंदी भाषा के महत्व, प्रसार व प्रासंगिकता विषय पर सेमिनार

Giridih News: मुख्य वक्ता रामगढ़ कॉलेज की पूर्व प्राचार्य डॉ शारदा प्रसाद ने हिंदी यात्रा वृतांत विस्तार से रखा. कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासंघ में पूर्व पीएम स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने पहली बार हिंदी भाषा में भाषण दिया और पूरे विश्व में हिंदी को ख्याति दिलवाने का काम किया. वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिंदी को वैश्विक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 28, 2024 11:40 PM

आदर्श कॉलेज राजधनवार में पुनीत राय स्मृति व्याख्यान माला के तहत शनिवार को हिंदी व उर्दू विभाग के संयुक्त तत्वाधान में हिंदी पखवारा के समापन के मौके पर हिंदी भाषा के महत्व, प्रसार और प्रासंगिकता विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता रामगढ़ कॉलेज की पूर्व प्राचार्य डॉ शारदा प्रसाद ने हिंदी यात्रा वृतांत विस्तार से रखा. कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासंघ में पूर्व पीएम स्व. अटल बिहारी वाजपेयी ने पहली बार हिंदी भाषा में भाषण दिया और पूरे विश्व में हिंदी को ख्याति दिलवाने का काम किया. वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिंदी को वैश्विक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जा रहा है. कार्यक्रम की मुख्य वक्ता रामगढ़ कॉलेज की पूर्व प्राचार्या डॉ शारदा प्रसाद व विशिष्ट वक्ता विभावि के डॉ सुबोध सिंह, शिवगीत, कवियत्री मोना बग्गा व आकाशवाणी हजारीबाग के उद्घोषक मन्मथ मिश्र थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य प्रो डॉ बिमल कुमार मिश्र ने की. कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों ने दीप प्रज्वलित तथा मां सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर की. प्राचार्य ने अतिथियों को शॉल मोमेंटो व पौधा दे कर सम्मानित किया गया. आकाशवाणी हजारीबाग के उद्घोषक मन्मथ मिश्र ने सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदी का क्रमिक विकास होता रहा है. संस्कृत से सभी भाषाओं का उद्भव हुआ है. भारत बहुभाषी के साथ बहु संस्कृति वाला देश है. हिंदी का प्रचार और प्रसार पूरे विश्व में है. वर्तमान समय में हिन्दी भाषा रोजगार परक है. विश्वविद्यालय के प्राध्यापक डॉ सुबोध सिंह शिवगीत ने कहा कि हिंदी सबसे समृद्ध भाषा हैं. कवियत्री मोना बग्गा ने हिंदी के महत्व पर सुंदर काव्य पाठ की.अध्यक्षीय संबोधन में प्राचार्य प्रो डॉ बिमल कुमार मिश्र ने कहा कि हिंदी प्राचीन काल से भारत की सभ्यता और संस्कृति का हिस्सा रहा है. प्राचार्य ने गणित और हिंदी के प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा तुलसीदास ने रामायण की चौपाई ‘जुग सहस्त्र योजन पर भानू’ के माध्यम से सूर्य से पृथ्वी की दूरी के बता दिए थे. भारत की सभ्यता और संस्कृति विश्व की सबसे प्राचीन संस्कृति है. डॉ रानी मिश्रा ने कहा कि हिंदी महात्माओं और जन जन की भाषा है.

विद्यार्थियों को किया गया सम्मानित

हिंदी पखवारा में आयोजित कविता पाठ, निबंध लेखन तथा वाद विवाद प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया. विषय प्रवेश प्राध्यापक सनोज महतो ने किया. मंच संचालन डॉ दुलारी कुमारी व धन्यवाद ज्ञापन मनोहर ठाकुर ने किया. मौके पर डॉ कन्हैया प्रसाद राय ,डॉ अनिल बरनवाल ,युगल किशोर राय ,डॉ मधुलिका, डॉ जनार्दन प्रसाद, विवेक कुमार राय, डॉ वीरेंद्र प्रताप डॉ कृष्ण कुमार, अंगद कुमार, हेमंत सिंह, डॉ रोशन, मनोज कुमार, मिथलेश महथा, अनिल कुमार, मधुसूदन राजा समेत सभी शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित थे.

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