आदर्श कॉलेज राजधनवार में पुनीत राय स्मृति व्याख्यान माला के अंतर्गत दर्शनशास्त्र विभाग ने बुधवार को ‘नया भारत गढ़ो’ विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता रामकृष्ण मिशन के सचिव स्वामी भावेशानंद थे. विद्यार्थियों ने पुष्पवर्षा कर अतिथियों का स्वागत किया. कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों ने दीप जला व स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण कर की. छात्राओं ने स्वागत गीत गाया. प्राचार्य ने अतिथियों का स्वागत किया. मुख्य वक्ता स्वामी भावेशानंद जी महाराज ने कहा कि स्कूली शिक्षा और कार्यालयी शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा बहुत ही जरूरी है. अपने आप को पहचानने की जरूरत है. हनुमान की तरह अपना आत्म विश्वास बढ़ाये. जामवंत ने जिस प्रकार हनुमान जी को उनकी शक्ति का अहसास कराया, उसी प्रकार अपनी शक्ति को पहचान कर आगे बढ़ें. स्वामी विवेकानंद ने पूरे विश्व में जन जागरण किया था. नॉर्मन बोरलॉग ने विवेकानंद से प्रेरित हो कर हरित क्रांति की नींव विश्व में रखी. अध्यक्षीय भाषण देते हुए प्राचार्य प्रो डॉ बिमल कुमार मिश्र ने कहा कि न्यू एजूकेशन पॉलिसी विवेकानंद की फिलोसॉफी पर आधारित है. विवेकांनद ने कहा था कि यदि आप फुटबॉल खेलते हैं, तब भी ईश्वर को प्राप्त कर सकते हैं. इसी दर्शन को ध्यान में रखकर न्यू एजूकेशन पॉलिसी में हेल्थ व योग को शामिल किया गया है. इसके अलावा नैतिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए वैल्यू एडेड कोर्स शामिल किया गया है. विषय प्रवेश दर्शनशास्त्र विभाग के प्राध्यापक डॉ मधुसूदन ने कराया. संचालन डॉ दुलारी व धन्यवाद ज्ञापन मनोहर ठाकुर ने किया. मौके पर रामकृष्ण मिशन के स्वामी भक्तिशानंद जी महाराज, डॉ दीपांकर मैटी, गजानंद पाठक, महाविद्यालय के शिक्षक डॉ कन्हैया प्रसाद राय, डॉ वीरेंद्र प्रताप, डॉ नईमुद्दीन राही, विवेक कुमार राय, युगल किशोर राय, डॉ जनार्दन प्रसाद, हेमंत सिंह, डॉ रोशन, मनोज कुमार, अंगद कुमार, मिथलेश महथा, अनिल कुमार, सनोज कुमार, प्रमोद चौधरी, प्रकाश सिंह, किशोर सिन्हा, प्रदीप राणा, विष्णुदेव सिंह आदि उपस्थित थे.
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