केएन बक्शी बीएड कॉलेज में बुधवार को एक सेमिनार का आयोजन किया गया. ‘वर्तमान संदर्भ में मूल्य आधारित शिक्षा की आवश्यकता’ विषय पर आयोजित सेमिनार में संस्थान के बीएड व डीएलएड के प्रशिक्षुओं ने हिस्सा लिया. इस दौरान अपने संबोधन में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अजीत कुमार सिंह ने कहा कि मूल्य शिक्षा का महत्व जिज्ञासा जगाने और मूल्यों और हितों को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. यह आगे कौशल विकास में मदद करता है. इसके अलावा जब लोग समाज और उनके जीवन में मूल्य शिक्षा का अध्ययन करते हैं तो वे अपने लक्ष्यों और जुनून के प्रति अधिक उत्साहित और बंधे हुए होते हैं. उप प्राचार्य बिनोद कुमार सुमन ने कहा यह छात्रों को सही और गलत की गहरी समझ विकसित करने में मदद करता है, ईमानदारी, निष्ठा और सहानुभूति जैसे गुणों को बढ़ावा देता है. ये गुण न केवल व्यक्तिगत विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि एक सामंजस्यपूर्ण और दयालु समाज के निर्माण के लिए भी महत्वपूर्ण है. डॉ शंकर सिंह ने कहा दैनिक जीवन में कौशल, व्यक्तित्व के सभी दौरों को समझना. इसके माध्यम से छात्र जिम्मेदारी, अच्छी या बुरी दिशा में जीवन का महत्व, लोकतांत्रिक तरीके से जीवन यापन, संस्कृति की समझ, महत्वपूर्ण सोच आदि को समझ सकते हैं. डॉ सुरेश यादव ने कहा शिक्षा व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाती है, उसे सही नीतियों, मूल्यों और संस्कृति का ज्ञान प्रदान करती है. शिक्षा उन गुणों का विकास करती है जो एक व्यक्ति को समाज में सफल बनाते हैं. मौके पर प्रो नूतन शर्मा, प्रो मदन कुमार, प्रो नीलेश लकड़ा, रागिनी कुमारी, शंकर पंडित, राकेश कुमार, ममता कुमारी, मनोज कुमार पांडेय, पप्पू कुमार वर्मा, रितिक कुमार, रेशमा कुमारी, सोनम कुमारी सहित अन्य उपस्थित थे.
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